नई दिल्ली, 23 सितंबर (The News Air)
कोर्ट के दबाव के बाद केंद्र सरकार (Central Government) ने असमर्थ लोगों को घर के पास ही वैक्सीनेशन (vaccination) कराने का आदेश दिया है। स्वास्थ्य मंत्रालय (Health Ministry) ने बुज़ुर्ग, असहाय, दिव्यांगों के लिए घर के पास कोविड वैक्सीनेशन सेंटर (Covid vaccinaton center) बनाए जाने की मंजूरी दी है। इन लोगों को बिना अपॉइंटमेंट ही वैक्सीन लगाया जाएगा। हर मोहल्ले में आशा कार्यकत्री या निकाय कर्मचारी बुज़ुर्ग-दिव्यांग-असहाय लोगों की लिस्ट बनाएंगे। हालांकि, वैक्सीनेशन के लिए डोर-टू-डोर प्रस्ताव को भारत सरकार की एक्सपर्ट कमेटी ने खारिज कर दिया है।
गुरुवार को नीति आयोग (NITI Aayog) के सदस्य डॉ. वीके पॉल (VK Paul) ने साप्ताहिक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि नियर टू होम कोविड वैक्सीनेशन सेंटर्स (NHCVC) स्थापित किए जाएंगे। इससे दिव्यांगों और बुजुर्गों को कोरोना वैक्सीन लगेगें। इससे उनको दूर जाकर वैक्सीन लगवाने के झंझट से मुक्ति मिलेगी।
घर-घर वैक्सीनेशन प्रस्ताव को एक्सपर्ट कमेटी ने किया खारिज-स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रवक्ता राजेश भूषण (Rajesh Bhusan) के अनुसार घर-घर जाकर वैक्सीनेशन का प्रस्ताव एक्सपर्ट कमेटी के सामने रखा गया था। कमेटी ने इस प्रस्ताव को मंजूरी नहीं दी। जरुरतमंद लोगों के घर के पास ही वैक्सीनेशन सेंटर्स बनाकर उन्हें वैक्सीन लगाया जाएगा। इस प्रस्ताव के तहत कम्युनिटी सेंटर्स, रेजिडेंट वेलफेयर एसोसिएशन सेंटर, पंचायत भवन, स्कूल आदि में सेंटर बनाए जाएंगे।
हर सेंटर पर होगी पांच लोगों की टीम-प्रत्येक वैक्सीनेशन सेंटर पर 5 लोगों की टीम को नियुक्त किया जाएगा। इसमें एक डॉक्टर, एक प्रशिक्षित नर्स और तीन वैक्सीनेशन ऑफीसर शामिल होंगे। इनके ज़िम्मे पेपरवर्क होगा।
त्योहारों के लिए गाइडलाइन-स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कहा कि आनेवाले त्योहारों को देखते हुए फेस्टिवल गाइडलाइंस जारी की गई है. सभी राज्यों को व्यापक एसओपी भेजा गया है. त्योहारों के लिए कहा गया है कि जहां 5 फ़ीसदी से ज़्यादा पॉजिटिवटी रेट है वहां भीड़ एकत्रित नहीं होने दी जाए. किसी भी भीड़ के लिए पहले इजाज़त ली गई हो साथ ही इसमें लोगों की संख्या बताई जाए. वहीं नीति आयोग सदस्य डॉ वी के पॉल ने लोगों से अपील की कि त्योहारों में लापरवाही नहीं बरतें, हमे सुरक्षित रहना है. त्योहार घर में ही मनाएं.
स्वास्थ्य सचिव ने कहा कि सबसे ज़्यादा एक्टिव केस केरल, फिर महाराष्ट्र, तमिलनाडु, मिज़ोरम, आंध्र प्रदेश और कर्नाटक में है. केरल एकमात्र ऐसा राज्य है, जहां कोविड-19 के उपचाराधीन मरीज़ों की संख्या एक लाख से अधिक है. पिछले हफ़्ते सामने आए कुल मामलों में 62.73 प्रतिशत इसी राज्य से थे.
उन्होंने कहा कि 33 ज़िलों में साप्ताहिक स्तर पर कोविड-19 के 10 प्रतिशत से अधिक नए मामले सामने आ रहे हैं , जबकि 23 ज़िलों में 5 से 10 प्रतिशत मामले सामने आ रहे हैं.