नोम पेन्हः कम्बोडियन राजा नोरोडोम सिहामोनी ने सोमवार को हुन मानेट को देश का नया प्रधान मंत्री नियुक्त किया, क्योंकि उनके पिता और मौजूदा प्रधान मंत्री हुन सेन ने 38 साल से अधिक समय तक इस पद पर रहने के बाद पद छोड़ने की घोषणा की थी। एक समाचार एजेंसी की रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया में सबसे लंबे समय तक प्रधान मंत्री रहे हुन सेन के अनुरोध के बाद सम्राट ने 45 वर्षीय हुन मैनेट को पांच साल की सरकार के लिए नए प्रधान मंत्री के रूप में नामित करने के शाही आदेश पर हस्ताक्षर किए।
सिहामोनी ने शाही आदेश में कहा, कि ‘कंबोडिया साम्राज्य के नामित प्रधान मंत्री का कर्तव्य है कि वह सरकार के सदस्यों को नेशनल असेंबली से विश्वास हासिल करने के लिए तैयार करें।‘ उन्होंने कहा, कि ‘यह शाही फरमान हस्ताक्षर के दिन से प्रभावी होता है।‘ हुन मानेट को अपने नए कैबिनेट सदस्यों के साथ, आधिकारिक तौर पर नया प्रधान मंत्री बनने के लिए 22 अगस्त को नेशनल असेंबली में विश्वास मत जीतने की आवश्यकता होगी, और उसी दिन उनके शपथ लेने की उम्मीद है।
यह नियुक्ति हुन सेन की सत्तारूढ़ कंबोडियन पीपुल्स पार्टी (सीपीपी) द्वारा 23 जुलाई के आम चुनाव में नेशनल असेंबली में 125 में से 120 सीटें हासिल करने के बाद हुई। हुन मानेट वर्तमान में सीपीपी की स्थायी समिति के सदस्य और रॉयल कंबोडियन सश बलों के डिप्टी कमांडर-इन-चीफ हैं। हुन सेन ने 26 जुलाई को घोषणा की कि वह 1985 में पद संभालने के बाद पहली बार प्रधान मंत्री के रूप में पद छोड़ देंगे और सत्ता की बागडोर अपने सबसे बड़े बेटे हुन मानेट को सौंप देंगे। हालांकि, 71 वर्षीय नेता ने कहा कि वह सीपीपी के अध्यक्ष बने रहेंगे और 25 फरवरी, 2024 को सीनेट चुनाव में सीनेट के अध्यक्ष का पद संभालेंगे।