Noida Fake Raid: नोएडा के कॉल सेंटर से तीन कारोबारियों को फर्जी रेड के बहाने किडनैप कर 10 करोड़ की फिरौती मांगने का सनसनीखेज मामला अब किसी फिल्मी स्क्रिप्ट से कम नहीं लग रहा। हर दिन हो रहे नए खुलासों ने पुलिस और सरकार दोनों की नींद उड़ा दी है।
अब तक पुलिस सिर्फ एक आरोपी को पकड़ पाई है, लेकिन जिस तरह इस पूरे रैकेट को अंजाम दिया गया, उससे साफ है कि यह गैंग लंबे समय से सक्रिय था और इसमें शामिल लोग पुराने खिलाड़ी हैं।
लुधियाना का ज्वैलर निकला मास्टरमाइंड : पंजाब केसरी की इन्वेस्टिगेशन में पता चला कि गिरफ्तार आरोपी लुधियाना का एक ज्वैलर है। उसके खिलाफ थाना शिमलापुरी में 2023 में चोरी की ज्वैलरी खरीदने का केस दर्ज है। इसी केस से निकलवाने का लालच देकर उसे इस गिरोह में धकेला गया।
एसपी का गनमैन इस ज्वैलर पर दबाव बनाकर उसे बार-बार इस्तेमाल करता रहा। यहां तक कि नोएडा रेड से ठीक पहले ज्वैलर की कार एसपी के नाम मंगवाई गई और अगले दिन दूसरी कार लेकर बुलाया गया। वहीं उसकी मुलाकात एक AAP नेता से कराई गई, जिसे डीएसपी बताकर पेश किया गया।
गनमैन और ASI की पुरानी जुगलबंदी : इस पूरे रैकेट में शामिल एसपी का गनमैन और जीआरपी का एएसआई कोई नए साथी नहीं हैं। दोनों पठानकोट के रहने वाले हैं और पहले से एक-दूसरे को जानते थे। यही पुराना रिश्ता इस वारदात को अंजाम देने की असली कड़ी बना। खन्ना पुलिस ने दोनों के घरों पर दबिश भी दी है।
पुलिस थानों से ही की Video Calls : गिरोह इतना शातिर था कि कारोबारियों के परिजनों को डराने और उन्हें यकीन दिलाने के लिए गनमैन पुलिस स्टेशनों से ही वीडियो कॉल करता था। कभी साहनेवाल पुलिस स्टेशन तो कभी खन्ना साइबर सेल से कॉल कर धमकाया जाता कि अगर पैसे नहीं दिए तो उनके खिलाफ बड़े केस दर्ज कर दिए जाएंगे।
मान सरकार की कार्रवाई पर नज़रें : इस हाई-प्रोफाइल फिरौती केस में फरार चल रहे आप नेता और उनसे जुड़े विधायक पर मान सरकार क्या एक्शन लेगी, इस पर सबकी नज़रें हैं। सवाल उठ रहा है कि क्या सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ अपने बयानों पर खरी उतरेगी या पार्टी की साख बचाने के लिए मामले को दबा दिया जाएगा।
फिलहाल लुधियाना के लोग इंतजार कर रहे हैं कि आखिरकार इस किडनैपिंग-फिरौती गैंग के खिलाफ सख्त कदम उठाए जाते हैं या नहीं।
पंजाब और दिल्ली-एनसीआर में पिछले कुछ सालों से फर्जी रेड, फिरौती और साइबर क्राइम तेजी से बढ़े हैं। कई मामलों में पुलिसकर्मी या उनके करीबी लोगों की संलिप्तता सामने आ चुकी है। यह केस भी उसी पैटर्न की ओर इशारा करता है, जहां सत्ता और पुलिस तंत्र से जुड़े लोग अपनी पहुंच का इस्तेमाल करके बड़े पैमाने पर लोगों को निशाना बना रहे हैं।
मुख्य बातें (Key Points)
-
नोएडा में कॉल सेंटर से 3 कारोबारियों का फर्जी रेड के जरिए किडनैप, 10 करोड़ की फिरौती मांगी गई।
-
लुधियाना का ज्वैलर गिरफ्तार, उसके खिलाफ पहले से चोरी की ज्वैलरी खरीदने का केस।
-
एसपी का गनमैन और जीआरपी एएसआई पुराने साथी, वारदात को मिलकर अंजाम दिया।
-
पुलिस थानों से ही परिजनों को वीडियो कॉल कर फिरौती मांगी जाती थी।
-
अब लोगों को इंतजार है कि मान सरकार इस मामले में क्या सख्त कार्रवाई करती है।






