Nitish Kumar Hijab Row: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने हाल ही में एक सार्वजनिक कार्यक्रम में डॉ. नुसरत प्रवीण के हिजाब को हटाने की कोशिश की और इस घटना के बाद भी उन्होंने अभी तक कोई माफी नहीं मांगी है और न ही कोई बयान दिया है। नीतीश कुमार दिल्ली आए, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की और गृह मंत्री अमित शाह से भी मिले लेकिन इस मामले पर कोई कार्रवाई नहीं हुई और न ही प्रधानमंत्री या गृह मंत्री ने इसकी निंदा की।
BJP नेताओं की विवादित प्रतिक्रियाएं
इस घटना के बाद जो सबसे चिंताजनक बात सामने आई वो थी भारतीय जनता पार्टी के नेताओं की प्रतिक्रियाएं। जहां इस मामले में निंदा होनी चाहिए थी वहीं BJP नेता तालियां बजा रहे हैं और हंस रहे हैं। केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह की टिप्पणी विवादित रही। इसके अलावा सीपी सिंह और संजय निषाद की टिप्पणियां भी सुर्खियों में रहीं जिनमें कहा गया कि “साहब सिर्फ हिजाब ही तो खींचा है, कुछ और भी कर सकते थे।”
मुद्दा हिजाब या महिला सम्मान का?
सवाल उठता है कि बात हिजाब की नहीं है, बात डॉ. नुसरत प्रवीण की नहीं है और बात मुसलमान की नहीं है। बात पल्लू की भी नहीं है, बात घूंघट की नहीं है, बात सिखों की पगड़ी की नहीं है और बात धोती-लुंगी की नहीं है। बात है आपकी और मेरी मर्जी की, बात है मेरे और आपके सम्मान की। जब कोई किसी की तरफ बिना उसकी मर्जी के हाथ बढ़ाता है तो इसका विरोध होना चाहिए और इसे अपराध समझा जाना चाहिए।
महिला सुरक्षा पर सवाल
अगर बच्ची पढ़कर बाहर निकलेगी और सार्वजनिक स्थान पर जाएगी तो उसके लिए माहौल और वातावरण कितना सुरक्षित है यह सवाल उठता है। अगर हमारे नेता इस तरह की हरकतें करेंगे तो सड़क पर चलने वाला कोई भी उठकर किसी का भी पल्लू खींच सकता है और उसे कैसे रोकोगे जब प्रदेश के मुख्यमंत्री को कोई सजा नहीं दी गई। पूरे माहौल को हिंदू-मुसलमान बनाकर असली मुद्दे से ध्यान हटाया जा रहा है जबकि असली मुद्दा है इस देश की महिलाएं और उनकी सुरक्षा।
नीतीश कुमार की मानसिक स्थिति पर सवाल
वोट देने के लिए वोटर का मानसिक रूप से स्वस्थ होना जरूरी माना जाता है तो सवाल उठता है कि क्या नीतीश कुमार पर यह नियम लागू नहीं होना चाहिए। अगर उनकी सेहत अनुमति नहीं देती है तो पद पर बने रहने की क्या जरूरत है। 2025 का साल इन्हीं सब बातों का साल रहा जहां जनता की कोई औकात नहीं रही और नेता ने वही किया जो मन में आया।
मुख्य बातें (Key Points)
- नीतीश कुमार ने डॉ. नुसरत प्रवीण का हिजाब हटाने की कोशिश की और अभी तक माफी नहीं मांगी
- PM मोदी और गृह मंत्री शाह से मुलाकात के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं हुई
- BJP नेताओं ने विवादित टिप्पणियां कीं, कुछ ने कहा “सिर्फ हिजाब ही तो खींचा”
- मुद्दा धर्म का नहीं बल्कि महिला सम्मान और सुरक्षा का है






