Anil Vij : हरियाणा सरकार में ऊर्जा, परिवहन एवं श्रम मंत्री अनिल विज (Anil Vij) अपनी बयानों को लेकर अक्सर चर्चा में रहते हैं। अंबाला कैंट (Ambala Cantt) से सात बार विधायक रह चुके विज पर इस बार भाजपा हाईकमान (BJP High Command) की नजर टेढ़ी हो सकती है। मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी (Nayab Singh Saini) और प्रदेश अध्यक्ष मोहन सिंह बड़ौली (Mohan Singh Badoli) के खिलाफ बयानबाजी ने उनके लिए मुश्किलें खड़ी कर दी हैं।
सोमवार को अंबाला छावनी निकाय चुनाव (Ambala Cantt Nagar Parishad Election) में भाजपा उम्मीदवारों के नामांकन कार्यक्रम में अनिल विज ने अपने तीखे तेवर दिखाए। उन्होंने मंच से कहा— “तूफानों से खेलता हूं मैं, मैं खुद भी एक तूफान हूं, हमसे टकराने वालों के लिए, उनके खात्मे का पैगाम हूं।” उनके इस बयान के कई राजनीतिक मायने निकाले जा रहे हैं।
सीएम और पीएम मोदी की तारीफ, कार्यकर्ताओं को दिया संदेश
हालांकि, इस दौरान अनिल विज ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) और मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी (Nayab Singh Saini) की जमकर तारीफ भी की। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने के मिशन पर हैं और हाल ही में एक सर्वे में उनकी लोकप्रियता 28% बढ़ी है।
उन्होंने कहा, “प्रदेश में हमारी सरकार है और हमें जनता के हित में काम करना है। निकाय चुनाव में कोई भी आपको गुमराह करने की कोशिश करेगा, लेकिन आपको पार्टी के प्रति निष्ठावान रहना है।”
निकाय चुनाव में टिकट बंटवारे को लेकर विवाद
अंबाला छावनी नगर परिषद चुनाव (Ambala Cantt Nagar Parishad Election) में टिकट बंटवारे को लेकर अनिल विज पहले ही नाराजगी जता चुके थे। पहले उनके समर्थकों को टिकट नहीं मिला था, लेकिन उनकी नाराजगी के बाद भाजपा ने लिस्ट में बदलाव किए। संजीव सोनी (Sanjeev Soni) को दोबारा संयोजक नियुक्त किया गया, जबकि श्रवण कौर (Shravan Kaur) को चेयरमैन पद का टिकट दिया गया। कुल 11 पार्षद उम्मीदवारों के नाम बदले गए, जिससे यह साफ हो गया कि विज का पार्टी पर अभी भी प्रभाव है।
निकाय चुनाव के बाद हाईकमान ले सकता है बड़ा फैसला?
सीएम नायब सिंह सैनी (Nayab Singh Saini) और प्रदेश अध्यक्ष मोहन सिंह बड़ौली (Mohan Singh Badoli) के खिलाफ बयानबाजी के चलते भाजपा हाईकमान ने अनिल विज को कारण बताओ नोटिस जारी किया था। विज ने आठ पेज का जवाब भेज दिया है, लेकिन अभी तक पार्टी ने कोई बड़ा कदम नहीं उठाया है।
सूत्रों की मानें तो 2 मार्च को हरियाणा में निकाय चुनाव (Haryana Nagar Palika Election 2024) होने हैं, ऐसे में पार्टी विज के खिलाफ तुरंत कोई एक्शन नहीं लेगी। हालांकि, चुनाव के बाद हाईकमान उनके खिलाफ सख्त फैसला ले सकता है।
क्या भाजपा में फूट के संकेत?
हरियाणा भाजपा (Haryana BJP) में अंदरूनी कलह की खबरें कई बार सामने आ चुकी हैं। अनिल विज की नाराजगी और उनके बयानों से साफ है कि वह पार्टी में अपनी अनदेखी को लेकर असंतुष्ट हैं। ऐसे में यह देखना दिलचस्प होगा कि निकाय चुनाव के बाद भाजपा उनके खिलाफ क्या कदम उठाती है।