ओलंपिक चैंपियन नीरज चोपड़ा ने तीन साल में पहले घरेलू टूर्नामेंट में हिस्सा लेते हुए फेडरेशन कप की पुरुषों की भाला फेंक स्पर्धा में धीमी शुरुआत के बाद स्वर्ण पदक जीता।
दोहा डाइमंड लीग में दूसरे स्थान पर रहने के बाद अपनी स्पर्धा से एक दिन पहले यहां पहुंचे 26 साल इस सुपरस्टार को शुरु में थोड़ी परेशानी हुई जिससे वह तीन प्रयास के बाद दूसरे स्थान पर चल रहे थे।
HIGHLIGHTS
- ओलंपिक चैंपियन नीरज चोपड़ा ने फेडरेशन कप की पुरुषों की भाला फेंक स्पर्धा में धीमी शुरुआत के बाद स्वर्ण पदक जीता।
- नीरज चोपड़ा को शुरु में थोड़ी परेशानी हुई जिससे वह तीन प्रयास के बाद दूसरे स्थान पर चल रहे थे।
दोहा डाइमंड लीग के बाद अब स्वर्ण पदक किया हासिल
टोक्यो ओलंपिक में स्वर्ण पदक जीतने के बाद पहली बार घरेलू प्रतियोगिता में हिस्सा ले रहे चोपड़ा ने चौथे प्रयास में 82.27 मीटर के साथ बढ़त हासिल की। चोपड़ा ने अपने अंतिम दो प्रयास (पांचवां और छठा) नहीं किए क्योंकि रजत पदक जीतने वाले डीपी मनु अपने अंतिम थ्रो फेंक चुके थे।
चोपड़ा हरियाणा का प्रतिनिधित्व कर रहे थे। कर्नाटक के मनु 82.06 मीटर के सर्वश्रेष्ठ प्रयास से दूसरे स्थान पर रहे जबकि महाराष्ट्र के उत्तर बालासाहेब पाटिल ने 78.39 मीटर के प्रयास से तीसरा स्थान हासिल किया।
स्थानीय दावेदार और एशियाई खेलों के रजत पदक विजेता किशोर जेना 75.49 मीटर के निराशाजनक प्रदर्शन से पांचवें स्थान पर रहे। उन्होंने पिछले साल चीन के हांगझोउ में एशियाई खेलों में रजत पदक जीतने के दौरान 87.54 मीटर के प्रयास से पेरिस ओलंपिक के लिए क्वालीफाई किया था।
महिला वर्ग में भी रही काटे की टक्कर
इस कर्नाटक की एसएस स्नेहा प्रतियोगिता की सबसे तेज महिला धावक बनीं। उन्होंने 11.63 सेकेंड के समय के साथ महिला 100 मीटर दौड़ का खिताब जीता। तमिलनाडु की गिरिधरानी रवि (11.67) और श्रावणी नंदा (11.76) क्रमश: दूसरे और तीसरे स्थान पर रहीं।
पंजाब के गुरिंदरवीर सिंह सबसे तेज पुरुष धावक बने। उन्होंने 10.35 सेकेंड के समय के साथ पुरुष 100 मीटर दौड़ का खिताब अपने नाम किया। मंगलवार को 200 मीटर में स्वर्ण पदक जीतने वाले ओडिशा के अनिमेष कुजुर 10.50 सेकेंड के साथ दूसरे जबकि पंजाब के हरजीत सिंह 10.56 सेकेंड के साथ तीसरे स्थान पर रहे।
पुरुष वर्ग ने तोड़ी उम्मीदें
पुरुष भाला फेंक के अलावा देश के शीर्ष खिलाड़ियों की मौजूदगी के कारण त्रिकूद पर भी सभी की नजरें टिकी थी लेकिन खिलाड़ियों का प्रदर्शन उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा।
राष्ट्रीय रिकॉर्ड धारक प्रवीण चित्रावेल ने 16.79 मीटर के लचर प्रदर्शन के साथ स्वर्ण पदक जीता। राष्ट्रमंडल खेलों के गत चैंपियन केरल के एल्धोस पाल 16.59 मीटर के प्रयास से दूसरे स्थान पर रहे।
नीरज चोपड़ा ने कब कब दिखाया कमाल
चोपड़ा ने पिछली बार 17 मार्च 2021 में इसी टूर्नामेंट में घरेलू प्रतियोगिता में हिस्सा लिया था जिसमें उन्होंने 87.80 मीटर के थ्रो से स्वर्ण पदक जीता था।
इसके बाद उन्होंने तोक्यो ओलंपिक में ऐतिहासिक स्वर्ण जीता। फिर 2022 में डायमंड लीग चैम्पियन और 2023 में विश्व चैम्पियन बने। उन्होंने साथ ही चीन में एशियाई खेलों का स्वर्ण पदक भी बरकरार रखा।
चोपड़ा ने इसके अलावा डायमंड लीग के तीन चरण भी जीते और 2022 विश्व चैम्पियनशिप में रजत पदक प्राप्त किया।
हालांकि वह अभी तक 90 मीटर का आंकड़ा नहीं छू पाये हैं। उनका व्यक्तिगत सर्वश्रेष्ठ और राष्ट्रीय रिकॉर्ड 89.94 मीटर का है।