चंडीगढ़, 1 जून
कोटकपूरा में बेअदबी और पुलिस फायरिंग के मामलों को लेकर मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ मोर्चा खोलने वाले कांग्रेस विधायक नवजोत सिंह सिद्धू पार्टी आलाकमान द्वारा गठित तीन सदस्यीय कमेटी के सामने पेश होने के लिए दिल्ली पहुंचे हुए हैं। कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पंजाब में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले पार्टी की राज्य इकाई में मतभेदों को दूर करने के लिए तीन सदस्यीय समिति का गठन किया था। इससे पहले सोमवार को कमेटी ने पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़ समेत कांग्रेस के 26 नेताओं से मुलाकात कर उनकी राय मांगी थी।
अगर नवजोत सिद्धू की बात करे तों सिद्धू अक्सर ही अपनी सरकार और बरसते नज़र आते हैं, अब सिद्धू ने कोटकपूरा की बेअदबी और पुलिस फायरिंग के मामलों को ले कर मुख्य मंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह ख़िलाफ़ मोर्चा खोला हुआ है, इसी मुद्दे पर आज हाई कमान की तरफ से बनी समिति को मिलने पहुंचे हुए हैं। कांग्रेस का अंदरूनी कलह खत्म करने के लिए पार्टी हाईकमान ने तीन सदस्यता पैनल गठित किया गया है, जिससे बीते कल कांग्रेस के एक तिहाई विधायक इस पैनल को नई दिल्ली मिलने पहुंचे थे।
आज जब सिद्धू पैनल से बैठक करने के बाद बाहर आए तो कहा, “मैं पंजाब की आवाज़ को जमीनी स्तर से पैनल को सुना कर आया हैं, हाईकमान को सच से अवगत करवा कर आया हैं। हमने पंजाब के हर नागरिक को भागीदार बनाना है और विरोधी को हराना है। जित्तेगा पंजाब….
यह कोई पहली बार नहीं हुआ कि कांग्रेस की यह खींचतान हाईकमान तक पहुंची हो इस से पहले भी नवजोत सिद्धू दिल्ली दरबार में हाज़री लगवा चुके हैं।
नवजोत सिद्धू द्वारा की जा रही हर सरगर्मियां पर रखी जा रही है पैनी नज़र- बेअदबी समेत अन्य मामलों को लेकर अपनी ही सरकार को घेरते आ रहे पूर्व मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू पंजाब सरकार, ख़ास कर मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह के ख़िलाफ़ उनके ही जद्दी शहर पटियाला में रह कर ही सरगर्मियां चला रहे हैं। उधर सरकार भी उनकी सरगरमियों पर पूरी नज़र रख हुई है। सिद्धू की यहां यादविन्दरा कालोनी स्थित रिहायश के इर्द-गिर्द सिविल वर्दी में पुलिस मुलाज़ीम दिन-रात पहरा देते हैं। अब जब कांग्रेस हाई कमांड ने सिद्धू और कैप्टन समेत नाराज़ विधायकों की बात सुनने के लिए तीन-सदस्यता समिति बना दी है तो पंजाब सरकार की सिद्धू पर निगाह ओर भी बढ़ गई है, जिससे उसकी सरगरमियों का आगामी पता लगाया जा सके।