Rajasthan News: राजस्थान के भरतपुर जिले की पहाड़ी थाना क्षेत्र के घाटमीका गांव के नासिर और जुनैद का अपहरण कर उनकी बोलेरो गाड़ी में ही जलाकर उनकी हत्या कर दी गई थी। इस हत्या के तार हरियाणा में हुए नूंह हिंसा से जुड़ रहे थे और कहा जा रहा था कि कुछ लोग नासिर जुनैद की हत्या के लिए मोनू मानेसर से बदला चाहते थे। इसलिए उसके ब्रजमंडल यात्रा में शामिल होने की अफवाह पर हिंसा फैल गई।वहीं अब इस पूरे मामले पर राजस्थान के डीजीपी उमेश मिश्रा ने बड़ा बयान दिया है। और कहा है कि वारदात में गोरक्षक मोनू मानेसर का सीधा हाथ नहीं मिला है।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में मोनू मानेसर को लेकर कही बड़ी बात
सोमवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मोनू मानेसर को लेकर पूछे गए एक सवाल के जवाब में डीजीपी ने कहा, ‘नूंह में ही हमारी टीम गई थी। मैं हरियाणा पुलिस पर कोई आरोप नहीं लगाना चाहूंगा। हमारा प्रोफेशनल अप्रोच है। हम उनसे मदद मांगते हैं। मेन मुद्दा है इंटेलिजेंस का। इंटेलिजेंस अगर होगा तो वह पकड़ा जाएगा। मैं यह भी बता दूं कि घटना में जो भी सीधे तौर पर शामिल लोग हैं, जो मौके पर थे, घटना में प्रत्यक्ष तौर पर शामिल थे, उनमें वह (मोनू) नहीं है। एक दूसरा जो लेख बैकग्राउंड होता है पीछे से, उस पर तहकीकात जारी है। यह नहीं कह सकते हैं कि हरियाणा पुलिस सहयोग कर रही है या नहीं कर रही है। यह चीजें सार्वजनिक रूप से कहने की नहीं होती। लेकिन फैक्ट ये है कि वह अभी पकड़ा नहीं गया है।
हम हरियाणा पुलिस पर भरोसा करते हैं
डीजीपी उमेश मिश्रा ने कहा कि’जो बाकी अपराधी है, उनको लेकर हमने हरियाणा पुलिस को निवेदन किया है। रजिस्टर हमने भी कर रखा है। हो सकता है कि उनके पास भी इंटेलिजेंस ना हो। हम उनके बारे में कोई भी टिप्पणी करने से बचेंगे। जैसे आप किसी पुलिस अफसर को कहते हैं कि किसी को अरेस्ट करो, वह जब तक अरेस्ट ना हो, नहीं कह सकते कि जानबूझकर वह नहीं कर रहा है, या प्रयास कर रहा है, लेकिन सफलता नहीं मिल रही। इन सब चीजों को स्पष्ट करने का जरिया नहीं होता है। हम पड़ोसी (हरियाणा) पुलिस पर भरोसा करते हैं। हमने जब ‘ मदद मांगी है, सहयोग मिला है।वरिष्ठ स्तर पर हमारी बातचीत होती है।