पीएम मोदी की समीक्षा: प्रधानमंत्री मोदी ने इन परियोजनाओं की उन्नति पर नजर रखने के लिए कहा है, यह सुनिश्चित करते हुए कि शहरों को सर्वोत्तम सार्वजनिक परिवहन सुविधाएं मिल सकें। उन्होंने सुझाव दिया कि मेट्रो के कार्यान्वयन में शामिल शहरों के बीच अनुभव साझा करने के लिए वर्कशॉप का आयोजन किया जाना चाहिए।
दिल्ली मेट्रो (चरण IV) (Delhi Metro Phase IV): इस चरण में 107 किलोमीटर लंबाई के छह नए गलियारे शामिल हैं। हाल ही में, जनकपुरी (Janakpuri) से कृष्णा पार्क (Krishna Park) तक का 2.8 किलोमीटर का हिस्सा 1,200 करोड़ रुपये की लागत से उद्घाटित किया गया। इसके अलावा, दिल्ली के रिठाला (Rithala) से हरियाणा के नाथूपुर (Nathupur) तक 26.5 किलोमीटर का रिठाला-कुंडली (Rithala-Kundli) खंड का शिलान्यास किया गया।
पटना मेट्रो (चरण I) (Patna Metro Phase I): इस साल के अंत तक, पटना मेट्रो का उद्घाटन होने वाला है, जो बैरिया बस स्टैंड (Bairia Bus Stand) से मलाही पकड़ी (Malaahi Pakri) तक 6.4 किलोमीटर की दूरी पर एलिवेटेड ट्रैक पर चलेगा।
भोपाल मेट्रो (Bhopal Metro): इस मेट्रो के लिए 31 किलोमीटर का मार्ग तैयार है, जिसका पहला हिस्सा सुभाष नगर (Subhash Nagar) से एम्स भोपाल (AIIMS Bhopal) तक 7 किलोमीटर का होगा।
इंदौर मेट्रो (Indore Metro): इंदौर मेट्रो की शुरुआत इस साल की शुरुआत में होने की उम्मीद है, जिसका पहला कॉरिडोर गांधी नगर स्टेशन (Gandhi Nagar Station) से सुपर कॉरिडोर के स्टेशन नंबर तीन (Super Corridor Station No. 3) तक होगा।
आगरा मेट्रो (Agra Metro): पिछले साल से 6 किलोमीटर का एक कॉरिडोर चालू हो चुका है, जबकि फेज 1 की पूरी परियोजना सिकंदरा (Sikandra) से ताज ईस्ट गेट (Taj East Gate) तक 14.25 किलोमीटर की लाइन होगी, जो 2026 तक पूरी हो जाएगी।
इन मेट्रो परियोजनाओं के साथ, भारत के शहरी परिवहन को नई ऊंचाई मिलेगी, जो न केवल ट्रैफिक को कम करेगी बल्कि पर्यावरणीय लाभ भी देगी। इन सभी परियोजनाओं के सफल कार्यान्वयन से देश की आर्थिक और सामाजिक संरचना में सुधार आएगा।






