The News Air- बिहार विधानसभा के बजट सत्र का आज आखिरी दिन है। इसकी शुरुआत हंगामे के साथ हुई। बिहार में बिगड़ती क़ानून व्यवस्था और बेलगाम अपराध के मसले पर ज़बरदस्त हंगामा देखने को मिला। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही भाकपा माले के विधायकों ने बिहार में बेलगाम अपराध के मसले पर हंगामा शुरू कर दिया।
सदन में हंगामा कर रहे विधायकों को विधानसभा अध्यक्ष विजय कुमार सिन्हा ने शांत होने के लिए कहा लेकिन जब उन्होंने स्पीकर की बात नहीं मानी तो माले विधायकों को मार्शल आउट करवा दिया गया। जहां माले के विधायकों ने बाहर निकलते ही धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया।
सदन से बाहर किया गया
बिहार में बढ़ते अपराध पर भाकपा के सदस्यों ने जमकर हंगामा किया ,माले के सदस्यों का कहना है कि बिहार में दलितों अल्पसंख्यक और ग़रीब पर लगातार हमले हो रहे है इसी कारण सदन में कार्य स्थगन प्रस्ताव की मांग कर रहे थे। विधानसभा अध्यक्ष के बहुत कहने पर भी विधायक नहीं माने तो विजय सिन्हा ने निर्देश देकर कहा कि इन्हें सदन से बाहर कीजिए। सदन में मौजूद मार्शल तुरंत सक्रिय हुए और भाकपा माले विधायकों को टांग कर सदन से बाहर निकाल दिया। सदन में लगातार दूसरे दिन ऐसा नज़ारा देखने को मिला। इसके पहले बुधवार को AIMIM के विधायकों को मार्शल आउट किया गया था।
विधायक की बिगड़ी सेहत
विधानसभा की कार्यवाही से मार्शल आउट किए जाने के बाद भाकपा माले के विधायकों ने गंभीर आरोप लगाए हैं। भाकपा माले के विधायक महबूब आलम, मनोज मंज़िल समेत अन्य विधायकों का कहना है कि सत्ता पक्ष अपनी मनमानी कर रहा है। बिहार में लगातार अपराध बढ़ रहा है पटना में जेडीयू नेता की हत्या हुई दरभंगा में लगातार लूट की वारदात हो रही।
अमर सेनानी वीर कुंवर सिंह के परिवार के युवक को पुलिस ने मार डाला लेकिन इन सभी घटनाओं पर सदन में आवाज़ बुलंद करना भारी पड़ रहा है। इधर, धरने पर बैठ माले विधायक सुदामा प्रसाद की तबियत बिगड़ गई है। एम्बुलेंस से अस्पताल ले जाया गया। विधानसभा से मार्शल आउट किये जाने के विरोध में धरने पर बैठे थे।
सीएम से इस्तीफ़े की मांग
वहीं, पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के राज्यसभा जाने और उप राष्ट्रपति बनने पर कहा कि यह अच्छी बात है। उन्हें बनने से कोई नहीं रोकेगा। वहीं, मार्शल आउट पर कहा कि बिहार की जनता की समस्याओं को सदन में उठाया जाता है। समाधान करने की जगह विधायकों को बाहर निकलवा दिया जाता है। ये काफ़ी ग़लत है। पिछले वर्ष हमारे विधायकों को भी पिटवाया गया था। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को इस्तीफ़ा दे देना चाहिए ।
स्टेडियम निर्माण को लेकर मंत्री का जवाब
नीतीश मिश्रा ने भी स्टेडियम के रख रखाव और निर्माण में कोताही को लेकर नाराज़गी जताई है। इसको लेकर कला संस्कृति एवं युवा मंत्री आलोक कुमार झा ने कहा है कि सरकार स्टेडियम के रखरखाव और निर्माण को लेकर कटिबद्ध है। स्टेडियम का निर्माण सीधे तौर पर हमारा विभाग नहीं करता है। हम भवन निर्माण विभाग के अधिकारियों के साथ बैठकर इसकी समीक्षा कर कार्रवाई करेंगे।