पूर्व विधायक जलालपुर विजिलेंस के रडार पर, विदेश भागने के शक पर लुक आउट नोटिस जारी (The News Air)

जालंधर (The News Air) पंजाब में पटियाला विधानसभा क्षेत्र के घन्नौर के पूर्व विधायक मदन लाल जलालपुरा पर विजिलेंस ने शिकंजा कसा है। जलालपुरा के खिलाफ शंभू ब्लाक के तहत आते 5 गांवों की जमीन घोटाले में नामजद किया गया है।

इसी बीच यह भी पता चला है कि जमीन घोटाले में नाम आने के बाद से पूर्व विधायक मदन लाल जलालपुर अंडरग्राउंड हो गए हैं और गिरफ्तारी से बचने के लिए विदेश भागने की फिराक में है। इसी को देखते हुए विजिलेंस ने जलालपुर के नाम लुक आउट नोटिस जारी कर दिया है।

अमृतसर-कोलकाता कॉरिडोर के लिए एक्वायर की थी 1104 एकड़ जमीन

शंभू ब्लाक के तहत आते पांच गांवों अकड़ी, सेहरा, सेहरी, तख्तूमाजरा और पंबरां में अमृतसर-कोलकाता कॉरिडोर के लिए 1104 एकड़ जमीन एक्वायर की गई थी। इस जमीन के लिए 205 करोड़ रुपए की अदायगी हुई थी। इसके अलावा जिन लोगों ने पंचायतों से यह जमीन चकौते पर ली हुई थी उन्हें अलग से 97.8 करोड़ की अदायगी की गई थी।

पिछले साल हुआ था मामला दर्ज 34 लोग हैं नामजद

पंजाब विजिलेंस ब्यूरो ने पिछले साल 26 मई को जमीन घोटाले को लेकर पटियाला के रेंज ऑफिस में मामला दर्ज किया था। इस मामले में विजिलेंस ने 34 लोगों जिनमें सरकारी और गैर सरकारी संस्थाओं के अधिकारी-कर्मचारी शामिल हैं को नामजद किया था। 34 लोगों के साथ-साथ 10 फर्मों के खिलाफ भी विजिलेंस ने केस दर्ज किया है।

निजी कंपनी ने लिया था जलालपुर का नाम

जमीन को एक्वायर करने के बाद जो 205 करोड़ रुपए पंचायतों को मिले थे। उससे वहां पर विकास कार्य करवाए गए। इन विकास कार्यों में ही करोड़ों रुपए का घोटाला हुआ। इस घोटाले में ठेके पर विकास कार्य करने वाली फंसी एक कंपनी ने ही विजिलेंस ब्यूरो के पास अपना बयान दर्ज करवाया था कि उन्होंने कमाए हुए पैसों में से शेयर पूर्व विधायक मदन लाल जलालपुर को दिया था।

पंजाब विजिलेंस का कांग्रेसी मंत्रियों के खिलाफ एक्शन

इससे पहले भी पंजाब विजिलेंस ब्यूरो द्वारा कांग्रेस के कई पूर्व मंत्रियों के घर और उनकी अन्य जगहों पर सर्च करने सहित इमारतों की पैमाइश की जा चुकी है। विजिलेंस ने कई पूर्व मंत्रियों के खिलाफ केस दर्ज किए हैं तो कई अरेस्ट भी किए जा चुके हैं। इनमें पूर्व मंत्री सुंदर शाम अरोड़ा, पूर्व मंत्री भारत भूषण आशु, पूर्व मंत्री साधू सिंह धर्मसोत और संगत सिंह गिलजियां शामिल हैं। कुछ पूर्व मंत्री फिलहाल जमानत पर बाहर हैं।

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