पंचकूला, 21 मार्च (The News Air) हरियाणा के बाशिंदों को अब की बार शराब का घूंट और कड़वा लग सकता है। लोगों को आने वाले कुछ महीनों में महंगी शराब पीनी पड़ सकती है। चंडीगढ़ की आबकारी नीति के बाद अब जून में हरियाणा कि आबकारी नीति लागू होगी। प्रदेश की मनोहर सरकार अपनी आबकारी नीति के जरिये नजदीकी राज्यों के मुकाबले खपत और क्वालिटी पर ज्यादा फोकस किया है। हालही में प्रदेश में जहरीली शराब से हुए जानी नुकसान को देखते हुए सरकार कड़े कदम उठा रही है। नई आबकारी नीति में इसपर खास ध्यान दिया है।
पंचकूला को इस साल हुआ 47 फीसद फायदा
हरियाणा आबकारी नीति 2022-23 के तहत सरकार को इस दौरान अबतक अच्छा फायदा मिला है। चंडीगढ़ और पंजाब के मुकाबले हरियाणा में शराब महंगी होने के बावजूद पीने वालों के जाम छलकाने में किसी तरह की कमी नहीं आई। सूत्रों की माने तो प्रदेश में शराब के ठेकों में वृद्धि होने से बिक्री पर खासा प्रभाव पड़ा। अधिकारी ने अर्थ प्रकाश को बताया कि पंचकूला में लिकर वेंडरों से विभाग को 47 प्रतिशत से ज्यादा मुनाफा हुआ है। जिले में इस बार नई साईट का चुनाव भी नीति का अहम हिस्सा रहेगा।
तस्करी पर कसा शिकंजा
हरियाणा में नकली व देसी शराब की बिक्री हमेशा से सरकार और पुलिस के लिए चुनोती बनी हुई है। नुकसान को देखते हुए सरकार इनपर सख्त कावाई में जुटी हुई है। गौर हो कि चंडीगढ़ मे शराब सस्ती होने से तस्करी के मामले लगातार बढ़ते गए। हरियाणा में यूटी की शराब तस्करी पर लगातार चोट के पुलिस आबकारी नीति में सरकार के आदेशों का गम्भीर होकर पालन करती आई है।