NTAGI chief : नेशनल टेक्निकल एडवाइजरी ग्रुप ऑन इम्यूनाइजेशन (NTAGI) के चीफ एनके अरोड़ा ने कहा कि कोविड-19 वेरिएंट (Covid 19 variant) ओमीक्रोन (Omicron) के कई नए वेरिएंट सामने आ रहे हैं। उन्होंने कहा कि इनसे घबराने की जरूरत नहीं है, क्योंकि इनमें से किसी से भी गंभीर बीमारी नहीं होने जा रही है या भारत से जुड़े डाटा से ऐसा कोई संकेत नहीं मिला है कि ये तेजी से फैल रहे हों। इन वेरिएंट्स में एक्सई जैसी एक्स सीरीज और अन्य शामिल हैं। NTAGI चीफ एनके अरोड़ा ने न्यूज एजेंसी एएनआई से बातचीत में कहा, ये वेरिएंट सामने आते रहेंगे।
INSACOG की कोविड के मामलों पर है नजर
इसके अलावा, सूत्रों ने शनिवार को कहा कि इंडियन सार्स-सीओवी-2 जीनोमिक कंसोर्शियम (INSACOG) अस्पताल में भर्ती मरीजों और मामलों की गंभीरता पर जोर के साथ देश में सामने आ रहे एक्सई कोविड वेरिएंट (XE COVID variant) के मामलों पर नजर बनाए हुए है। ऐसे में चिंतित होने की कोई जरूरत नहीं है।
सूत्रों ने कहा, “जब तक वायरस से अलग करने के बाद इस सीक्वेंस की पुष्टि नहीं हो जाती है, तब तक हम इस पर टिप्पणी नहीं करेंगे। हमें यह जानने के लिए इंतजार करना होगा कि क्या यह अलग है या नहीं है।”
गुजरात में सामने आया पहला मामला
XE variant का एक मामला गुजरात में सामने आया है, जिसकी गुजरात के स्वास्थ्य मंत्रालय के अतिरिक्त मुख्य सचिव ने पुष्टि की है।
गुजरात सरकार के अतिरिक्त मुख्य सचिव (स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण), आईएएस मनोज अग्रवाल ने कहा, “हम महाराष्ट्र और गुजरात सरकार एक-दूसरे से संपर्क में हैं। बायोटेक्नोलॉजी रिसर्च सेंटर ने नमूने में म्यूटेशन पाया जिसके चलते जीनोम सीक्वेंसिंग जरूरी हो गई थी। इसीलिए नमूने को कोलकाता भेजा गया, जहां उन्होंने नमूने में XE variant होने की पुष्टि की गई थी।”
उन्होंने बताया कि पॉजिटिव पाए गए इस मरीज ने महाराष्ट्र से गुजरात के बड़ोदा के लिए यात्रा की थी।
कैसे बना XE वेरिएंट
XE वेरिएंट के बारे में पहली बार जनवरी में ब्रिटेन में पता चला था। यह ओमीक्रोन BA.1 और BA.2 से मिलकर बना है। WHO के मुताबिक, अब तक कोविड के तीन हाइब्रिड या रिकॉम्बिनेंट स्ट्रेन का पता चला है, जिसमें से पहला- XD, दूसरा- XF और तीसरा- XE है। इनमें से पहले और दूसरे वेरिएंट डेल्टा और ओमीक्रोन के कॉम्बिनेशन से पैदा हुए हैं, जबकि तीसरा ओमीक्रोन सब वेरिएंट का हाइब्रिड स्ट्रेन है।
XE वेरिएंट के लक्षण
XE variant ओमीक्रोन के दो वेरिएंट से मिलकर बना है तो ऐसे में माना जा रहा है कि इसके लक्षण भी ओमीक्रोन वेरिएंट से मिलते-जुलते हो सकते हैं। XE वेरिएंट में थकान, चक्कर आना, सिर दर्द, गले में खराशें, बुखार, बदन दर्द, नाक बहना और डायरिया के लक्षण महसूस हो सकते हैं। इसके अलावा XE से संक्रमित मरीजों को भी कोरोना की तरह सूंघने और स्वाद में कमी महसूस हो सकती है।
अभी तक ऐसे कोई सबूत नहीं मिले हैं, जो यह बताते हों कि XE वेरिएंट ओमीक्रोन के अन्य वेरिएंट से अलग है। तीन महीने पहले मिले इस वेरिएंट से अभी तक कोई बड़ा खतरा सामने नहीं आया है। XE वेरिएंट अभी तक चिंता का विषय नहीं है।