The News Air- (चंडीगढ़) पंजाब में विधानसभा चुनाव से पहले ‘टंकी-टॉवर पॉलिटिक्स’ शुरू हो गई है। इसकी शुरुआत शनिवार सुबह चंडीगढ़ से हुई। जहां एक बेरोज़गार ETT टीचर MLA हॉस्टल के पास TV टावर पर चढ़ गया। इसके बाद आम आदमी पार्टी (AAP) के संयोजक अरविंद केजरीवाल और अकाली दल प्रधान सुखबीर बादल वहाँ पहुंच गए।
इसका पता चला तो पंजाब के CM चरणजीत चन्नी बरनाला में बिफर पड़े। उन्होंने कहा कि इस तरह टावर और टंकियों पर चढ़ने से मुद्दे हल नहीं होंगे। जो ऐसा करेंगे, उसके ख़िलाफ़ FIR दर्ज़ की जाएगी। हालांकि चुनाव के वक़्त सरकार का यह रवैया राजनीतिक तौर पर नुक़सानदेह साबित हो सकता है।
केजरीवाल ने आते ही बना दिया मुद्दा
दिल्ली के CM अरविंद केजरीवाल मोहाली में टीचर्स के धरने में आए। उन्होंने एयरपोर्ट से बाहर निकलते ही पंजाब सरकार की दुखती नबज़ कुरेद दी। केजरीवाल बोले कि जिन टीचर्स को क्लासरूम में होना चाहिए, पंजाब में वह टावरों पर चढ़े हुए हैं। इसके बाद केजरीवाल टंकी पर बैठे टीचर्स के पास पहुंचे। वहाँ टीचर्स से बात की और कहा कि यह पूरी बात पंजाब सरकार ने सुन ली होगी। वह ये मुद्दे हल करे, वर्ना पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बनी तो हम इनकी मांग पूरी करेंगे।
सुखबीर गिरफ़्तारी देने से पहले पहुंचे, शिक्षा मंत्री को लगाया फ़ोन
टावर की पॉलिटिक्स में सुखबीर बादल भी पीछे नहीं रहे। अकाली दल ने शनिवार को CM हाउस जाकर गिरफ़्तारी देनी थी। उससे पहले वह टावर पर पहुंच गए। सुखबीर ने टीचर से बात की और पंजाब की चन्नी सरकार को जमकर कोसा। इसके बाद उन्होंने शिक्षा मंत्री परगट सिंह को फ़ोन लगा लिया। कहा कि यहां आकर इनके मुद्दे हल करो, ऐसा न हो टीचर कोई ग़लत क़दम उठा लें।
प्रदर्शनकारियों पर बरस रही चन्नी सरकार
पंजाब की CM चरणजीत चन्नी की अगुवाई वाली सरकार अब प्रदर्शनकारियों पर बरसने लगी है। शनिवार को CM चन्नी बरनाला पहुंचे तो टावर पॉलिटिक्स से परेशानी साफ़ दिखी। उन्होंने कहा कि टंकी और टावरों पर चढ़ने वालों की मांगें नहीं मानी जाएंगी। उनके ख़िलाफ़ केस दर्ज़ हो सकते हैं। इससे पहले शुक्रवार को मुक्तसर में डिप्टी सीएम सुखजिंदर रंधावा और ट्रांसपोर्ट मंत्री अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने भी तीखे तेवर दिखाए। वह तू-तड़ाक पर उतर आए। प्रदर्शनकारियों को बोले कि जो करना है कर लो।