चंडीगढ, 11 सितंबर (The News Air)
Karnal Farmers Protest End : हरियाणा के करनाल से आंदोलनकारी किसान नेताओं और जिला प्रशासन के बीच चल रही वार्ता के बीच से अब बड़ी खबर सामने आई है| करनाल से अब आंदोलनकारी किसानों का धरना खत्म (Karnal Farmers Protest End) हो जाएगा| दरअसल, लाठीचार्ज के विरोध में और इसके चलते अपनी मांगों को लेकर आंदोलनकारी किसानों ने करनाल मिनी सचिवालय के पास अपना धरना लगाया हुआ था| इस बीच आंदोलनकारी किसान नेताओं की अपनी मांगों पर जिला प्रशासन से लगातार वार्ता चल रही थी| लेकिन बात अब जाकर बनी| आंदोलनकारी किसान नेताओं और जिला प्रशासन के बीच अब समझौता हो गया है|
समझौता क्या हुआ….
आंदोलनकारी किसान नेताओं और जिला प्रशासन के बीच हुआ समझौता यह है कि लाठीचार्ज की न्यायिक जांच होगी। यह जांच हाई कोर्ट के रिटायर्ड जज की निगरानी में होगी। एसडीएम आयुष सिन्हा जांच के दौरान छुट्टी पर रहेंगे। इसके साथ ही मृतक किसान के 2 परिजनों को एक सप्ताह में डीसी रेट पर करनाल जिला में ही सरकारी नौकरी मिलेगी। करनाल जिला प्रशासन ने आंदोलनकारी किसान नेताओं के साथ मिलकर शनिवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह घोषणा की|
करनाल में आंदोलनकारी किसानों के धरने के दौरान क्या कुछ नहीं हुआ?
बतादें कि, 28 अगस्त को करनाल के बसताड़ा टोल प्लाजा पर तैनात फोर्स ने आंदोलनकारी किसानों पर लाठी चलाई थी| इसमें कई आंदोलनकारी किसान घायल हुए थे और एक किसान की मौत की बात भी सामने आई| जिसके बाद आंदोलनकारी किसानों का गुस्सा और फूट पड़ा| जिसके बाद आंदोलनकारी किसानों की इस मसले पर 7 सितंबर को करनाल में महापंचायत हुई और इसके खत्म होते ही आंदोलनकारी किसानों ने अपनी मांगों को लेकर मिनी सचिवालय पर धरना शुरू कर दिया|
इंटरनेट पर लगी पाबंदी …..
प्रदेश सरकार की ओर से इस दौरान करनाल में इंटरनेट बंद रखा गया। 7 सितंबर के किसान आंदोलन को देखते हुए करनाल के साथ-साथ कैथल, कुरुक्षेत्र, पानीपत व जींद जिले की इंटरनेट सेवा पर पाबंदी लगा दी गई थी।