भारतीय रेलवे ने गुरुवार को कहा कि उसकी डीजल ट्रैक्शन पर चलने वाली ट्रेनों पर अधिभार लगाने की कोई योजना नहीं है। जैसा कि मीडिया के एक वर्ग द्वारा इस बारे में खबर फैलाई जा रही है। रेल मंत्रालय ने एक बयान में कहा “मीडिया के कुछ वर्गों द्वारा यह सवाल किया जा रहा है कि क्या भारतीय रेलवे डीजल ट्रैक्शन पर चलने वाली ट्रेनों पर अधिभार लगाने जा रही है। इसलिए सभी को ये सूचित किया जाता है कि भारतीय रेलवे की ऐसी कोई योजना नहीं है। ये सारी अटकलें निराधार हैं।”
इससे पहले मीडिया के एक वर्ग में यह बताया गया था कि भारतीय रेलवे डीजल से चलने वाली ट्रेनों के टिकटों पर अतिरिक्त शुल्क लगाएगी। यह शुल्क 10 रुपये से 50 रुपये तक हो सकता है। रिपोर्ट में कहा गया है कि भारतीय रेलवे हाल ही में ईंधन दरों में बढ़ोतरी के बाद अधिभार लागू करने जा रहा था।
मिंट में छपी खबर के मुताबिक लगभग चार महीने के अंतराल के बाद तेल की मार्केटिंग करने वाली कंपनियों ने 21 मार्च को पेट्रोल और डीजल की कीमतों में 80 पैसे प्रति लीटर की वृद्धि की थी। तब से उन्होंने कई बार दरों में संशोधन किया है।
इस बीच रेलवे ने मंगलवार को विभिन्न एनटीपीसी स्नातक और स्नातक पदों पर भर्ती के लिए दूसरे चरण की कंप्यूटर -बेस्ड टेस्ट (CBT-2) के लिए एक नोटिस जारी किया। इसके बाद बिहार और उत्तर प्रदेश में उम्मीदवारों द्वारा विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया गया है।
सीबीटी -1 में पे लेवेल्स 4 और 6 के लिए शॉर्टलिस्ट किए गए उम्मीदवारों के लिए सीबीटी -2 इस साल 9 और 10 मई को होने वाली है। हालांकि मौजूदा परिस्थितियों के अनुसार इस पर निर्णय हो सकता है।
स्टेज वन सीबीटी 28 दिसंबर, 2020 से 31 जुलाई, 2021 तक सात चरणों में आयोजित किया गया था।
सीबीटी -1 का परिणाम इस साल 30 मार्च से 1 अप्रैल के बीच RRBs की आधिकारिक वेबसाइटों पर प्रकाशित किया गया था।