INDIA Alliance Assembly Bypoll Results से जुड़े आज के नतीजे भारतीय राजनीति में विपक्षी एकता की बड़ी जीत के संकेत दे रहे हैं। देश के चार राज्यों की पाँच विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनावों की मतगणना में INDIA गठबंधन (INDIA Alliance) ने 4 सीटों पर बढ़त बनाकर भाजपा को करारा झटका दिया है। वहीं आम आदमी पार्टी (AAP) को गुजरात (Gujarat) और पंजाब (Punjab) में बड़ी राहत मिली है, जबकि भारतीय जनता पार्टी (BJP) को सिर्फ कड़ी (Kadi) सीट पर ही जीत मिली है।
गुजरात की विसावदर (Visavadar) सीट से AAP के गोपाल इटालिया (Gopal Italia) ने भाजपा के किरीट पटेल (Kirit Patel) को 17,581 वोटों के बड़े अंतर से हराकर वापसी का संदेश दिया है। यह सीट AAP के ही भूपेंद्र भयानी (Bhupendra Bhayani) के इस्तीफे के बाद खाली हुई थी, जो बाद में भाजपा में शामिल हो गए थे। इस चुनाव को पार्टी के लिए एक लिटमस टेस्ट माना जा रहा था और गोपाल इटालिया की जीत ने साबित कर दिया कि पार्टी का जनाधार अब भी मजबूत है।
पंजाब की लुधियाना पश्चिम (Ludhiana West) सीट से AAP के संजीव अरोड़ा (Sanjeev Arora) 10वें राउंड तक 6025 वोटों की बढ़त बनाए हुए थे। इस सीट पर कांग्रेस के भारत भूषण आशु (Bharat Bhushan Ashu) दूसरे और भाजपा के जीवन गुप्ता (Jeevan Gupta) तीसरे स्थान पर चल रहे थे। अकाली दल (Akali Dal) का प्रदर्शन और भी निराशाजनक रहा और वे चौथे पायदान पर खिसक गए।
पश्चिम बंगाल (West Bengal) की कालीगंज (Kaliaganj) सीट पर टीएमसी (TMC) की आलिफा अहमद (Alifa Ahmed) ने 28,784 वोटों की बढ़त के साथ भाजपा के आशीष घोष (Ashish Ghosh) को पीछे छोड़ दिया है। इस क्षेत्र में अगले साल विधानसभा चुनाव होने हैं और यह उपचुनाव टीएमसी के लिए बड़ा संकेत साबित हो रहा है।
केरल (Kerala) की नीलांबर (Nilambur) सीट से कांग्रेस के आर्यदन शौकत (Aryadan Shaukat) ने 11,000 से अधिक वोटों की बढ़त बना ली है। भाजपा के एडवोकेट मोहन जॉर्ज (Advocate Mohan George) केवल 8648 वोट ही हासिल कर पाए और चौथे स्थान पर आ गए।
गुजरात की कड़ी (Kadi) सीट एकमात्र ऐसी रही, जहां भाजपा को राहत मिली। यहां राजूभाई चावड़ा (Rajubhai Chavda) ने कांग्रेस के रमेशभाई चावड़ा (Rameshbhai Chavda) को 38,904 मतों से हराकर सीट अपने पास बनाए रखी।
इन उपचुनावों के नतीजों को विपक्षी एकता के लिए बड़ी कामयाबी माना जा रहा है। खासकर 2024 लोकसभा चुनाव के बाद हुए इन नतीजों ने संकेत दे दिया है कि विपक्ष अब जमीन पर असर छोड़ रहा है और भाजपा की पकड़ कुछ क्षेत्रों में कमजोर पड़ रही है। दूसरी ओर, आम आदमी पार्टी के लिए पंजाब और गुजरात से मिली जीत आगामी विधानसभा चुनावों के लिए नई ऊर्जा लेकर आई है।