भारी उतार-चढ़ाव भरे बीते हफ्ते में सेंसेक्स,निफ्टी 22 अप्रैल को करीब 2 फीसदी की गिरावट के साथ बंद हुए। कंपनियों के मिलेजुले नतीजे, बढ़ते बॉन्ड यील्ड, रूस -यूक्रेन के बीच जारी लड़ाई, बढ़ती महंगाई के बीच ब्याज दरों में आक्रामक बढ़ोतरी के यूएस फेड के ऐलान कुछ ऐसे कारण रहे जिन्होंने बाजार सेटिमेंट को चोट पहुंचाई ।
22 अप्रैल को खत्म हुए हफ्ते में बीएसई सेंसेक्स 1,141.78 अंक यानी 1.95 फीसदी की गिरावट के साथ 57,197.15 के स्तर पर बंद हुआ। वहीं निफ्टी 303.65 अंक यानी 1.73 फीसदी टूटकर 17,172 के स्तर पर बंद हुआ।
बीते हफ्ते बीएसई लॉर्जकैप इंडेक्स 1.7 फीसदी टूटा था। इसमें Larsen & Toubro Infotech, Infosys, One 97 Communications, HDFC Bank, Tech Mahindra और Housing Development Finance Corporation में लॉर्जकैप के बड़े लूजर रहे। वहीं Coal India, Reliance Industries, Mahindra and Mahindra, Maruti Suzuki India, Eicher Motors and Indian Oil Corporation में बढ़त देखने को मिली।
बीते हफ्ते बीएसई मिडकैप इंडेक्स 1.1 फीसदी टूटकर बंद हुआ था। Tata Power Company, Glenmark Pharma, Shriram Transport Finance Corporation, ICICI Securities, Max Financial Services, RBL Bank और MphasiS में गिरावट देखने को मिली। वहीं दूसरी तरफ Adani Power, NHPC, L&T Finance Holdings, Biocon, JSW Energy मिडकैप इंडेक्स के गेनर रहे थे।
22 अप्रैल को समाप्त हफ्ते में बीएसई स्मॉलकैप इंडेक्स 0.93 फीसदी टूटा था। Birla Tyres, INEOS Styrolution India, Aurum Proptech, Asian Granito India, Venus Remedies, Indiabulls Real Estate, Yaari Digital Integrated Services, Solara Active Pharma Sciences में 10-24 फीसदी की गिरावट देखने को मिली थी। वहीं दूसरी तरफ Sunflag Iron and Steel Company, Navkar Corporation, Chennai Petroleum Corporation 20-52 फीसदी भागे थे।
अलग -अलग सेक्टर पर नजर डालें तो निफ्टी आईटी इंडेक्स 5.6 फीसदी गिरा था जबकि निफ्टी मीडिया इंडेक्स में 4 फीसदी गिरावट देखने को मिली थी। वहीं निफ्टी पीएसयू बैंक इंडेक्स 4 फीसदी गिरकर बंद हुआ। हालांकि ऑटो इंडेक्स में 3 फीसदी और एनर्जी एंड ऑयल इंडेक्स में 2.4 फीसदी की बढ़त देखने को मिली।
बीते हफ्ते Reliance Industries के मार्केट वैल्यू में सबसे ज्यादा बढ़त देखने को मिली। उसके बाद Maruti Suzuki India, Asian Paints और Mahindra and Mahindra का नंबर रहा। वहीं दूसरी तरफ Infosys, HDFC Bank and Housing Development Finance Corporation के मार्केट वैल्यू में बीते हफ्ते गिरावट देखने को मिली।
बीते हफ्ते एफआईआई ने भारतीय इक्विटी मार्केट में 18,443.81 करोड़ रुपये की बिकवाली की जबकि डीआईआई ने 14,394.37 करोड़ रुपये की खरीदारी की। वहीं अप्रैल महीने में अब तक एफआईआई ने 29,206.19 करोड़ रुपये की बिकवाली की जबकि डीआईआई ने 20,166.48 करोड़ रुपये की खरीदारी की।
डॉलर के मुकाबले रुपये की चाल पर नजर डालें तो बीते हफ्ते डॉलर के मुकाबले रुपया 30 पैसे कमजोर होकर 76.48 के स्तर पर बंद हुआ था। वहीं 13 अप्रैल को रुपया 76.18 के स्तर पर बंद हुआ था।