The News Air: पंजाब CM भगवंत मान की चंडीगढ़ में लोक मिलनी जारी है। वह पंजाब भवन में आम लोगों की मुश्किलें सुन रहे हैं। हालांकि अहम बात यह है कि इसमें सिर्फ़ उन्हीं लोगों काे एंट्री दी जा रही है, जिन्होंने पहले एप्लीकेशन दी है या किसी तरह की अपॉइंटमेंट ली है। इस मौक़े चीफ़ सेक्रेटरी अनिरुद्ध तिवारी और डीजीपी वीके भावरा के साथ सीनियर अफ़सरों की फ़ौज वहाँ मौजूद है।
वहीं, सिर्फ़ अपॉइंटमेंट वालों को ही एंट्री को लेकर लोगों ने विरोध जताना शुरू कर दिया। लोगों को जैसे ही इसका पता चला, वह आवेदन लेकर पहुंच गए। हालांकि इसका पता चलने के बाद CM भगवंत मान ने अफ़सरों को कहा कि सभी लोगों की एप्लिकेशन लेकर दर्ज़ कर ली जाएं। उन्हें जल्द ही दोबारा सीएम से मुलाक़ात कर शिकायत करने का मौक़ा मिलेगा।
सरकार बने हुए 2 महीने
मान सरकार सरकार बनने के 2 महीने बीतने के बाद यह राज्यस्तरीय जनता दरबार लगा रही है। सीएम भगवंत मान ने 16 मार्च को मुख्यमंत्री पद की शपथ ली थी। यह शपथग्रहण समारोह शहीद भगत सिंह के पैतृक गांव खटकड़ कलां में हुआ था। दो महीने पूरे होने के मौक़े पर ख़ास तौर पर यह पहल की गई है।
बादल करते रहे संगत दर्शन
इससे पहले 5 बार पंजाब के CM रहे प्रकाश सिंह बादल भी ऐसी पहल करते रहे हैं। वह संगत दर्शन के नाम से लोगों की मुश्किलें सुनते थे। हालांकि वह ज़िला या विधानसभा क्षेत्रों में जाकर लोगों से मिलते थे।
कैप्टन पर रहा लोगों से दूरी का आरोप
कांग्रेस सरकार में सीएम रहे कैप्टन अमरिंदर सिंह पर लोगों से दूरी का आरोप रहा। विरोधियों ने भी इसे मुद्दा बनाया कि कैप्टन सिसवां फार्म हाउस से बाहर ही नहीं निकलते। वह लोगों से मिलना तो दूर, विधायकों से तक नहीं मिलते। हालांकि कैप्टन तर्क देते रहे कि उन्होंने मंत्रियों को अधिकार दिए हैं। वह लोगों से मिलते हैं।