Guru Tegh Bahadur 350th Martyrdom Celebrations को लेकर पंजाब सरकार ने तैयारियां तेज कर दी हैं। मुख्यमंत्री भगवंत मान ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को श्री आनंदपुर साहिब में आयोजित होने वाले ऐतिहासिक समारोह में शामिल होने का निमंत्रण दिया है। उन्होंने राष्ट्रपति भवन में हुई मुलाकात के दौरान इस ऐतिहासिक अवसर को साझा करने का आग्रह किया।
मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य सरकार इस आयोजन को भव्य और ऐतिहासिक बनाने जा रही है। श्री गुरु तेग बहादुर जी की शहादत को भारत की धार्मिक स्वतंत्रता और मानव अधिकारों की रक्षा का प्रतीक बताते हुए मान ने कहा कि पूरा पंजाब इस अवसर को श्रद्धा और गौरव के साथ मनाएगा।

पंजाब सरकार ने बनाई विस्तृत योजना
भगवंत मान ने राष्ट्रपति को जानकारी दी कि पंजाब सरकार ने इस ऐतिहासिक आयोजन के लिए राज्यभर में कई कार्यक्रम तय किए हैं। समारोहों की शुरुआत शनिवार को दिल्ली स्थित गुरुद्वारा सीस गंज साहिब में अरदास के साथ हो चुकी है। इसके बाद गुरुद्वारा श्री रकाब गंज साहिब में भव्य कीर्तन दरबार आयोजित किया गया।
1 से 18 नवंबर तक पंजाब के सभी जिलों में लाइट एंड साउंड शो के माध्यम से गुरु तेग बहादुर जी के जीवन और दर्शन को प्रस्तुत किया जाएगा। इसके साथ ही, जिन नगरों और कस्बों में गुरु साहिब के पवित्र चरण पड़े थे, वहां कीर्तन दरबार आयोजित होंगे।
18 नवंबर को श्रीनगर (जम्मू-कश्मीर) में विशेष कीर्तन दरबार होगा, जबकि 19 नवंबर को वहां से विशाल नगर कीर्तन निकाला जाएगा जिसमें सैकड़ों कश्मीरी पंडित भाग लेंगे।
आनंदपुर साहिब में होगा भव्य समापन
मुख्यमंत्री ने बताया कि 20 नवंबर को तीन और नगर कीर्तन — तख्त श्री दमदमा साहिब (तलवंडी साबो), फरीदकोट और गुरदासपुर से निकलेंगे, जो सभी 22 नवंबर को श्री आनंदपुर साहिब पहुंचकर समाप्त होंगे।
23 से 25 नवंबर तक श्री आनंदपुर साहिब में राज्य सरकार की ओर से विशाल आयोजन होंगे। इस दौरान एक “टेंट सिटी” ‘चक नानकी’ बसाई जाएगी, जिसमें हजारों श्रद्धालुओं के ठहरने की व्यवस्था की जाएगी।
मुख्य कार्यक्रमों में इंटरफेथ कॉन्फ्रेंस, ड्रोन शो, और प्रदर्शनियां शामिल होंगी जो गुरु तेग बहादुर जी के जीवन और उनके संदेश को उजागर करेंगी। 24 नवंबर को पंजाब विधानसभा का विशेष सत्र श्री आनंदपुर साहिब में आयोजित किया जाएगा, जहां धर्म और मानवता के लिए गुरु जी के योगदान पर विशेष विमर्श होगा।
श्री गुरु तेग बहादुर साहिब जी, जिन्हें “हिंद दी चादर” कहा जाता है, ने धार्मिक स्वतंत्रता और मानव अधिकारों की रक्षा के लिए अपना जीवन न्योछावर कर दिया था। दिल्ली में 1675 में उनकी शहादत को भारतीय इतिहास का स्वर्णिम अध्याय माना जाता है।
उनकी 350वीं शहादत वर्षगांठ पर पंजाब सरकार ने राज्यभर में श्रद्धा और गर्व के साथ कार्यक्रमों की योजना बनाई है। इसका मुख्य केंद्र श्री आनंदपुर साहिब रहेगा, जो गुरु जी के जीवन से जुड़ा पवित्र स्थल है।
मुख्य बातें (Key Points):
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CM भगवंत मान ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को 350वीं शहादत शताब्दी समारोह में आमंत्रित किया।
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1 से 18 नवंबर तक पूरे पंजाब में लाइट एंड साउंड शो और कीर्तन दरबार होंगे।
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श्रीनगर और पंजाब के तीन शहरों से नगर कीर्तन निकालकर 22 नवंबर को आनंदपुर साहिब में समापन होगा।
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24 नवंबर को पंजाब विधानसभा का विशेष सत्र आनंदपुर साहिब में आयोजित होगा।






