रोहतक (The News Air) सरकार द्वारा गेहूं की फसल पर काट लगाई गई है। जिसके बाद गुरनाम सिंह चढूनी ने सरकार के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए चेतावनी दी है। उन्होंने कहा कि सरकार अपने फैसले को 12 अप्रैल तक वापस ले। अन्यथा 13 अप्रैल को हरियाणा व पंजाब में अनाज मंडियों के बाहर रोड जाम किए जाएंगे।
उन्होंने कहा कि सरकार ने किसानों के खिलाफ यह तुगलकी फरमान जारी किया है। जिसमें गेहूं की फसल में अगर थोड़ी भी दिक्कत हुई, जैसे दाना काला होना या छोटा होना। तो प्रति क्विंटल 37 रुपए किसान के काट लिए जाएंगे। गुरनाम सिंह चढूनी ने चेतावनी दी कि सरकार इस फरमान को 12 अप्रैल तक वापस ले।

मंडी में पहुंचा गेहूं।
13 को करेंगे रोड जाम
अगर, सरकार इसे वापस नहीं लेती है तो 13 अप्रैल को हरियाणा व पंजाब के सभी किसान अनाज मंडियों के आगे रोड जाम करेंगे। गुरनाम सिंह चढूनी ने सरकार के इस फैसले के विरोध में किसानों को रोड जाम करने की तैयारी करने के लिए भी आह्वान किया। ताकि किसानों पर थोपी जा रही नाजायज काट को वापस करवाया जा सके।
समय पर शुरू नहीं हुई खरीद
गुरनाम सिंह चढूनी ने कहा कि सामान्यत: 1 अप्रैल से गेहूं की सरकारी खरीद शुरू होती है। इस बार सरकार ने कागजों में तो सरकारी खरीद जरूर शुरू कर दी, लेकिन वास्तव में मंडियों में खरीद ठीक से शुरू नहीं की है। अब सरकार पर दबाव बनाने के बाद खरीद की प्रक्रिया कुछ शुरू हुई है।
मांग पूरी नहीं होने तक जारी रखेंगे जाम
उन्होंने कहा कि पिछले साल भी सरकार ने काट लगाई थी। इस बार भी सरकार किसानों पर नाजायज कटौती का बोझ डाल रही है। इसके विरोध में 13 अप्रैल को रोड जाम का निर्णय लिया गया है। जब तक उनकी मांग पूरी नहीं होती, तब तक जाम रखा जाएगा। इसलिए सरकार से मांग है कि इस आदेश को वापस ले।






