Gold Price ₹1 Lakh: वेडिंग सीजन और अक्षय तृतीया से ठीक पहले सोने (Gold) के दामों में ऐतिहासिक उछाल देखने को मिला है। दिल्ली (Delhi) के रिटेल मार्केट में मंगलवार को 24 कैरेट सोना पहली बार ₹1 लाख प्रति 10 ग्राम के ऐतिहासिक स्तर पर पहुंच गया। इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (India Bullion and Jewellers Association) के अनुसार सोमवार को जहां सोने की कीमत 96,670 रुपये थी, वहीं आज इसमें 3,330 रुपये प्रति 10 ग्राम की जोरदार बढ़त दर्ज की गई है। इसके साथ ही चांदी (Silver) भी 95,900 रुपये प्रति किलो पर पहुंच गई है। इसके अलावा एमसीएक्स (MCX) पर अक्टूबर अनुबंध में पहली बार सोना ₹1,00,484 प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहा है।
सोने के वायदा भाव में भी लगातार चौथे कारोबारी सत्र में तेजी देखी गई है, जहां यह 1,899 रुपये की बढ़त के साथ 99,178 रुपये प्रति 10 ग्राम के लाइफ टाइम हाई पर पहुंच चुका है।
सोने के दाम में तेजी के 5 बड़े कारण
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वैश्विक अनिश्चितता और मंदी की आशंका: अमेरिका (USA), चीन (China), जर्मनी (Germany) और जापान (Japan) जैसी बड़ी अर्थव्यवस्थाओं की सुस्ती के चलते सोने की मांग में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है। अमेरिका और चीन के बीच ट्रेड वॉर (Trade War) ने भी माहौल को तनावपूर्ण बना दिया है, जिससे सुरक्षित निवेश के विकल्प के तौर पर सोने की चमक बढ़ गई है।
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डॉलर इंडेक्स (Dollar Index) का गिरना: डॉलर के कमजोर होने से गोल्ड की कीमतों में उछाल आया है। डॉलर इंडेक्स कई वर्षों के निचले स्तर पर है, जिससे सोने की डिमांड वैश्विक बाजारों में बढ़ी है। मंगलवार को कॉमेक्स (COMEX) पर सोना 3,395 डॉलर प्रति ट्रॉय औंस के करीब ट्रेड कर रहा था।
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केंद्रीय बैंकों (Central Banks) की बड़ी खरीदारी: दुनियाभर के सेंट्रल बैंकों ने बीते तीन सालों में 1,000 टन से ज्यादा सोने की खरीदारी की है। टाटा एएमसी (Tata AMC) की रिपोर्ट बताती है कि चीन, भारत (India) और तुर्की (Turkey) जैसे देशों में सोने की डिमांड लगातार बढ़ रही है।
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सुरक्षित निवेश का बढ़ता चलन: वैश्विक मंदी के डर और ट्रेड वॉर की वजह से निवेशक सुरक्षित निवेश के विकल्पों की तलाश में हैं, जिसमें सोना प्रमुख है।
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गोल्ड ईटीएफ (Gold ETFs) में तेजी: यूबीएस (UBS) के अनुमान के मुताबिक, 2025 तक गोल्ड ईटीएफ में निवेश 450 मीट्रिक टन तक पहुंच सकता है। निवेशक स्थिर परिसंपत्तियों की तलाश में सोने को तरजीह दे रहे हैं।
क्या अभी सोना खरीदना चाहिए?
विशेषज्ञों का मानना है कि फिलहाल सोने की कीमतें स्थिर रहेंगी लेकिन अस्थिरता बनी रहेगी। अगर निवेश करना चाहते हैं, तो छोटे-छोटे चरणों में निवेश करने की सलाह दी जा रही है। एनालिस्ट्स के अनुसार सोने के दाम में गिरावट भी संभव है, खासकर अगर वैश्विक स्तर पर ट्रेड वॉर या भू-राजनीतिक तनाव कम होता है। ऐसे में सोने का रेट 2,850 डॉलर से 2,700 डॉलर प्रति औंस तक गिर सकता है।
एनालिस्ट्स की राय
मेहता इक्विटीज लिमिटेड (Mehta Equities Limited) के जिंस उपाध्यक्ष राहुल कलंत्री (Rahul Kalantri) ने कहा कि वैश्विक वित्तीय बाजारों की अनिश्चितता और अमेरिका-चीन व्यापार युद्ध के चलते सोना अंतरराष्ट्रीय बाजार में 3,500 डॉलर प्रति औंस और घरेलू बाजार में 97,000 रुपये के स्तर को पार कर गया है। एलकेपी सिक्योरिटीज (LKP Securities) के रिसर्च एनालिस्ट जतीन त्रिवेदी (Jatin Trivedi) के अनुसार, अमेरिकी ऋण संकट और वैश्विक केंद्रीय बैंकों की ओर से की जा रही खरीदारी ने सोने के दाम को रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंचा दिया है।






