इंफाल, 11 जनवरी (The News Air) मणिपुर के इंफाल पश्चिम जिले में लीमाखोंग बिजली स्टेशन से बड़ी मात्रा में ईंधन के रिसाव के कारण कई गांवों से गुजरने वाली नालों में पानी फैल गया है। एक अधिकारी ने गुरुवार को कहा कि “पर्यावरणीय आपदा” रोकने के लिए जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं।
रिसाव 10 जनवरी की रात को लीमाखोंग पावर स्टेशन पर हुआ, जिससे कांटोसाबल, सेकमाई और आसपास के गांव प्रभावित हुए।
धाराएं अंततः इंफाल नदी के निचले प्रवाह में मिल जाती हैं, जो कांटोसाबल और सेकमाई सहित कई गांवों के लिए एक महत्वपूर्ण जलस्रोत हैं।
मुख्यमंत्री कार्यालय ने संबंधित विभागों और अधिकारियों को “मशीनरी, जनशक्ति और विशेषज्ञता के संदर्भ में सभी उपलब्ध संसाधनों का उपयोग करके पर्यावरणीय आपदा को रोकने के लिए तत्काल जरूरी कार्रवाई” करने का निर्देश दिया है।
इंफाल पश्चिम जिले के उपायुक्त स्थिति से निपटने वाले अधिकारियों और कर्मचारियों के साथ समन्वय कर रहे हैं।
अधिकारियों के अनुसार, प्रभावित जलधाराओं के पानी के प्रवाह को पास के खेतों की ओर मोड़ने के लिए मशीनों को काम पर लगाया गया है।
एक अधिकारी ने कहा कि अभी तक यह पता नहीं चल पाया है कि घटना के पीछे बदमाशों की कोई संलिप्तता थी या यह महज एक ‘दुर्घटना’ थी।
ग्रामीण अपनी रोजमर्रा की गतिविधियों के लिए प्रभावित जलधाराओं के पानी पर निर्भर हैं।