उत्तर प्रदेश, 8 फरवरी (The News Air) उत्तर प्रदेश के हजारों किसान एक बार फिर से अपनी मांगों को लेकर विरोध प्रदर्शन में उतर गए हैं. किसानों ने प्रदर्शन करते हुए संसद की ओर कुच करने की कोशिश की, लेकिन पुलिस ने उन्हें नोएडा के चिल्ला बॉर्डर पर रोक दिया. इधर किसानों के प्रदर्शन से नोएडा में महाजाम लगा गया है. सरिता विहार में कई दोपहिया और चार पहिया वाहन जाम में फंस गए जिससे सड़कों पर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं. दिल्ली-नोएडा राजमार्ग पर भी बड़ी संख्या में वाहन जाम में फंस गए.
किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए ट्रैफिक में बदलाव : किसानों के प्रस्तावित मार्च की वजह से कुछ जगहों पर यातायात के मार्ग में परिवर्तन किया गया है, जबकि किसानों से वार्ता कर प्रस्तावित मार्च को रोकने का प्रयास किया जा रहा है. यातायात को नियंत्रित करने के लिए वरिष्ठ अधिकारी और अन्य कर्मी विभिन्न स्थानों पर मौजूद हैं.
किसानों के प्रदर्शन को देखते हुए बढ़ाई गई सुरक्षा : हजारों किसानों और ग्रामीणों के एकत्र होने के मद्देनजर नोएडा पुलिस ने गुरुवार को दिल्ली से लगी अपनी सीमाओं पर सुरक्षा बढ़ा दी है. किसान नेता राकेश टिकैत दोपहर में ग्रेटर नोएडा में प्रदर्शनकारियों के समूह में शामिल हुए, जहां उनके भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) के सदस्य स्थानीय प्राधिकरण कार्यालय के बाहर विरोध प्रदर्शन किया. नोएडा में प्रदर्शनकारियों का नेतृत्व भारतीय किसान परिषद कर रही है, जिसके कार्यकर्ताओं ने दिसंबर 2023 से स्थानीय प्राधिकरण कार्यालय के बाहर शिविर लगा रखा है. नोएडा पुलिस दिल्ली से जुड़ी विभिन्न सीमाओं पर सख्ती से जांच कर रही है जिसकी वजह से नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे और डीएनडी सहित विभिन्न मार्गों पर वाहनों की आवाजाही धीमी हो गई है.
क्यों विरोध कर रहे किसान : नोएडा और ग्रेटर नोएडा के किसान दिसंबर, 2023 से स्थानीय विकास प्राधिकरणों द्वारा अधिग्रहीत अपनी भूमि के बदले अधिक मुआवजे और विकसित भूखंड देने की मांग को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं.