The News Air- कोरोना केस में गिरावट के बाद चुनाव आयोग ने पंजाब में चुनावी रैलियों में छूट दे दी है। अब इंडोर हॉल की क्षमता के 50% के साथ रैली की जा सकेगी। वहीं अगर खुले मैदान में रैली है तो वहाँ क्षमता से 30% लोगों के साथ रैली कर सकते हैं। यह रैलियां चुनाव आयोग की तरफ़ से तय जगहों पर ही होंगी। हालांकि फ़िलहाल रोड शो, पैदल यात्रा, साइकिल, बाइक और दूसरे व्हीकल रैली पर रोक बरक़रार रहेगी। इसके अलावा डोर टू डोर प्रचार के लिए 20 की गिनती पुरानी ही तय रहेगी। वहीं रात 8 बजे से सुबह 8 बजे तक कैंपेन पर पाबंदी रहेगी।
आयोग रखेगा नज़र
चुनाव आयोग ने स्पष्ट किया है कि रैली की जगह पर कई एंट्री और एग्जिट गेट होना ज़रूरी हैं। रैली करने वाले आयोजकों को कोरोना से जुड़ी सभी गाइडलाइंस का पालन करना होगा। कोरोना से बचने के लिए सावधानियों का पालन करवाने के लिए ज़िला मजिस्ट्रेट नोडल अफ़सर नियुक्त करेंगे। हालांकि इसकी ज़िम्मेदारी ज़िले के DC और SSP पर रहेगी।
11 फरवरी को रिव्यू होगी स्थिति
चुनाव आयोग अब 11 फरवरी को फिर रोक की स्थिति को रिव्यू करेगा। इससे पहले 8 जनवरी को चुनाव आचार संहिता लागू होते ही आयोग ने रैली और रोड शो पर रोक लगा दी थी। इसके बाद 3 बार यह रोक बढ़ाई जा चुकी है। हालांकि इस दौरान आयोग ने एक हज़ार लोगों के साथ इंडोर मीटिंग की छूट दे दी थी। आयोग का कहना है कि चुनाव वाले राज्यों के चीफ़ सेक्रेटरी ओर उनके ऑब्जर्वर की रिपोर्ट के बाद यह क़दम उठाया गया है।
पढ़िए… रोक के दौरान क्या रहा कोरोना का ट्रेंड
- चुनाव की घोषणा के दिन 8 जनवरी को 14.64% पॉजिटिविटी रेट के साथ 3,643 मरीज़ मिले थे और सिर्फ़ 2 मौतें थी।
- 15 जनवरी को पाबंदी रिव्यू हुई तो 19.46% पॉजीटिविटी रेट के साथ 6,883 मरीज़ मिले। वहीं 22 की मौत हुई।
- 22 जनवरी को रिव्यू हुआ तो 16.65% पॉजीटिविटी रेट के साथ 7,699 नए मरीज़ मिले थे। वहीं 33 लोगों ने दम तोड़ा था।
- 31 जनवरी को रिव्यू होने से एक दिन पहले 7.50% पॉजीटिविटी रेट के साथ 2,803 नए मरीज़ मिले। वहीं 22 लोगों ने दम तोड़ दिया।
- 6 फरवरी को रिव्यू होने से एक दिन पहले 33 दिन बाद पंजाब में 24 घंटे में मरीज़ों की संख्या 1000 से कम रही। 988 नए मरीज़ मिले और 14 मरीज़ों की मौत हुई।