Trump Donation Loss : डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) को दिए गए चंदे की कीमत अब अमेरिका (America) के टॉप अरबपतियों को भारी पड़ रही है। एलन मस्क (Elon Musk), मार्क जकरबर्ग (Mark Zuckerberg), टिम कुक (Tim Cook), सुंदर पिचई (Sundar Pichai) और जेफ बेजोस (Jeff Bezos) जैसे बड़े नामों को मिलाकर कुल 1.8 ट्रिलियन डॉलर (Trillion Dollar) का नुकसान हुआ है। सीएनएन की रिपोर्ट के मुताबिक यह घाटा 2025 की शुरुआत से अब तक दर्ज किया गया है। इसका सबसे बड़ा असर टेक कंपनियों पर देखा गया है।
एलन मस्क को हुआ सबसे बड़ा झटका, जिन्होंने ट्रंप को करीब 290 मिलियन डॉलर डोनेट किए थे। रिपोर्ट के अनुसार, उनकी नेट वर्थ में 143 बिलियन डॉलर की गिरावट आई है। टेस्ला (Tesla) के शेयरों में आई 28 फीसदी की गिरावट इसका मुख्य कारण मानी जा रही है। इस गिरावट से टेस्ला का मार्केट कैप 376.6 बिलियन डॉलर तक घट चुका है।
मेटा (Meta) के सीईओ मार्क जकरबर्ग ने भी ट्रंप के इनॉग्युरल फंड में 1 मिलियन डॉलर का वादा किया था। साल की शुरुआत से उनकी नेट वर्थ में 26.5 बिलियन डॉलर की गिरावट आई है। मेटा के शेयर भी 2.25 फीसदी गिर चुके हैं।
जेफ बेजोस ने ट्रंप की जीत पर सार्वजनिक खुशी जाहिर की थी और अमेजन (Amazon) ने भी फंडिंग में 1 मिलियन डॉलर का योगदान दिया था। हालांकि, अब उनकी नेट वर्थ 47.2 बिलियन डॉलर कम हो चुकी है और अमेजन के स्टॉक्स 13 फीसदी लुढ़क गए हैं।
गूगल (Google) के सीईओ सुंदर पिचई ने भी ट्रंप के इनॉग्युरल फंड में 1 मिलियन डॉलर डोनेट किए थे और पूरा कार्यक्रम यूट्यूब (YouTube) पर लाइव किया गया था। गूगल का स्टॉक इस दौरान 16.2 फीसदी गिर चुका है और कंपनी का वैल्यूएशन 386.7 बिलियन डॉलर घटा है।
टिम कुक (Tim Cook) ने ट्रंप की इनॉग्युरल कमेटी को व्यक्तिगत तौर पर 1 मिलियन डॉलर डोनेट किया था। इसके अलावा एप्पल (Apple) ने अमेरिका में 500 बिलियन डॉलर के निवेश की घोषणा भी की थी। लेकिन, अब एप्पल का स्टॉक 18.5 फीसदी गिर चुका है और कंपनी की मार्केट वैल्यू में 684 बिलियन डॉलर की गिरावट दर्ज की गई है।
विशेषज्ञों का मानना है कि ट्रंप के लॉन्ग टर्म रेसिप्रोकल टैरिफ और बढ़ती आर्थिक अनिश्चितता टेक इंडस्ट्री की कमाई पर गंभीर असर डाल सकती है। इस घाटे ने यह भी दिखा दिया कि राजनीतिक समर्थन के लिए किया गया निवेश कितना जोखिम भरा हो सकता है, खासकर जब नीतियां कंपनियों के खिलाफ जाकर असर डालने लगें।