कोलकाता, 20 दिसंबर (The News Air) प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने बुधवार को कोलकाता नगर निगम के वार्ड नंबर 128 से तृणमूल कांग्रेस के पार्षद पार्थ सरकार को स्कूल में नौकरी के बदले नकद मामले में पूछताछ के लिए तलब किया है।
पश्चिम बंगाल के पूर्व शिक्षा मंत्री और तृणमूल कांग्रेस के महासचिव पार्थ चटर्जी के करीबी विश्वासपात्र माने जाने वाले पार्थ सरकार को ईडी अधिकारियों द्वारा मांगे गए दस्तावेजों के साथ सोमवार को साल्ट लेक में स्थित ईडी के कार्यालय में उपस्थित होने के लिए कहा गया है।
पार्थ चटर्जी, जिन्हें स्कूल नौकरी मामले में जुलाई 2022 में ईडी ने गिरफ्तार किया था, वर्तमान में दक्षिण कोलकाता में प्रेसीडेंसी सेंट्रल करेक्शनल होम की न्यायिक हिरासत में हैं। सूत्रों ने कहा कि ईडी के पास घोटाले की कथित आय को निवेश करने में तृणमूल कांग्रेस पार्षद की भूमिका के बारे में विशेष जानकारी है।
सूत्रों का कहना है कि पार्थ सरकार को अपने आयकर रिटर्न प्रमाण पत्र, बैंक खातों और संपत्तियों के विवरण के साथ ईडी के कार्यालय में उपस्थित होने के लिए कहा गया था, जो उनके और उनके परिवार के सदस्यों के नाम पर भी हैं।
पता चला है कि जब पार्थ चटर्जी पश्चिम बंगाल में पिछले वाम मोर्चा शासन के दौरान विपक्ष के नेता थे, तो पार्थ सरकार नेता की मालिकाना हक वाली निजी बसों के रखरखाव की निगरानी के लिए जिम्मेदार थे।
बाद में जैसे ही तृणमूल कांग्रेस सत्ता में आई, पार्थ चटर्जी पार्टी के भीतर और साथ ही ममता बनर्जी के नेतृत्व वाले मंत्रिमंडल में दूसरे नंबर के नेता बन गए, पार्थ सरकार की वित्तीय और राजनीतिक किस्मत दोनों में जबरदस्त वृद्धि हुई।
धीरे-धीरे वह पार्थ चटर्जी के करीबी विश्वासपात्र बन गए और चटर्जी ने उन्हें कई महत्वपूर्ण कार्य सौंपे।