नई दिल्ली, 01 अक्टूबर,(The News Air): दोस्तों आज के इस दौर में हम सभी भविष्य में होने वाली घटनाओं के बारे में जानने की इच्छा रखते हैं। क्योंकि यदि हमें पहले ही उन घटनाओं के बारे में पता चल जाए, तो उसके मुताबिक हम पहले ही सारी तैयारी कर सकते हैं लेकिन, क्या आपने कभी सोचा हैं कि आज से ठीक हजारों-लाखों साल बाद धरती किस तरह की दिखेगी? अक्सर बहुत से टाइम ट्रैवलर्स इसको लेकर दावे करते हैं, परंतु उनकी बातों में सच्चाई कम और अफवाह ज्यादा दिखाई देती है लेकिन पहली बार खगोलविदों को धरती की ऐसी झलक मिली है, जिसे देखने के बाद सभी हैरान चकित हो गए. दरअसल, खोजकर्ताओं को अंतरिक्ष में एक ग्रह मिला है, वहीं खगोलविदों का मानना हैं, कि ठीक 8 अरब वर्षां बाद हमारी धरती बिल्कुल वैसी ही दिखेगी।
खोजकर्ताओं को मिला एक नया ग्रह
आपको बता दें कि लाइव साइंस की एक रिपोर्ट के अनुसार (केएमटी-2020 और बीएलजी 0414) नाम का यह ग्रह पृथ्वी से करीब 4 हजार प्रकाश वर्ष दूर पाया गया है यह एक तरह का चट्टानी ग्रह है। जो कि एक सफेद तारे की परिक्रमा कर रहा है। वहीं यह सफेद तारा सूर्य की तरह दहक रहा है। उसी दौरान हमारे वैज्ञानिकों का कहना हैं कि सूर्य भी करीब 5 अरब वर्षों पश्चात इसी तारे क समान दिखेगा और सिकुड़कर बहुत ही छोटा हो जाएगा। उन्होंने बताया कि सूर्य पहले यह एक लाल विशालकाय ग्रह के रूप मे बदल जाएगा। वहीं अनुमान यह भी हैं कि शायद यह बुध, शुक्र और हमारी पृथ्वी को अपने अंदर निगल जाऐगा। यदि धरती बच भी जाती है, तो अंतरिक्ष में इसी ग्रह के समान नजर आएगी । वहीं खगोलविदों की इस खोज को नेचर एस्ट्रोनॉमी में भी पग्लिश किया गया है।]
हमारी पृथ्वी बच पाऐगी या नहीं
जानकारी के मुताबिक रिसर्च टीम के सभी सदस्यों और यूनिवर्सिटी आॅफ कैलिफोर्निया सैन डिएगो के खगोलशास्त्री केमिंग झांग का कहना हैं, कि फिलहाल हमारे पास इसका कोई सबूत नहीं हैं जिससे कहा जा सकें कि 6 अरब सालों पश्चात पृथ्वी बच पाऐगी या नहीं क्या पता लाल विशालकाय सूर्य ही उसे निगल जाए। पंरतु यदि ऐसा कुछ होता हैं, तो उससेपहले पृथ्वी इतनी गर्म हो जाएगी जिससे महासागरों का सारा जल भाप के रूप में उड़ जाएगा वहीं पृथ्वी के सभी जीव-जंन्तु और पेड़ पौधे भी नष्ट हो जाऐंगे । पृथ्वी बिल्कुल इस सफेद ग्रह के समान नजर आऐगी।
2020 के बाद एक बार फिर दिखा ग्रह
खगोलविदों का कहना हैं कि हमने पहली बार 2020 में इस ग्रह को देखा था, पंरतु उस समय यह आकाशगंगा के सेंटर प्वाइंट के काफी पास था वहीं ये ग्रह 25000 प्रकाश वर्ष दूर स्थित एक तारे के प्रकाश के सामने जाता हुआ देखा गया था लेकिन गुरुत्वाकर्षण के कारण इसका आकार बदल रहा था जिससे कारण अब इसका स्वरूप काफी बदल चुका हैं। बता दें कि फिलहाल यह जिस तारे की परिक्रमा कर रहा है, और वह धरती से दोगुना बड़ा है वहीं शायद ही आपको पता होगा कि हमारे तारामंडल में एक भूरा बौना ग्रह भी है। जिसका वजन बृहस्पतीग्रह से लगभग17 गुना ज्यादा भारी है ।