• About
  • Privacy & Policy
  • Contact
The News Air
  • होम
  • राष्ट्रीय
  • पंजाब
  • अंतरराष्ट्रीय
  • सियासत
  • नौकरी
  • बिज़नेस
  • टेक्नोलॉजी
  • मनोरंजन
  • खेल
  • हेल्थ
  • लाइफस्टाइल
  • स्पेशल स्टोरी
  • वेब स्टोरीज
No Result
View All Result
  • होम
  • राष्ट्रीय
  • पंजाब
  • अंतरराष्ट्रीय
  • सियासत
  • नौकरी
  • बिज़नेस
  • टेक्नोलॉजी
  • मनोरंजन
  • खेल
  • हेल्थ
  • लाइफस्टाइल
  • स्पेशल स्टोरी
  • वेब स्टोरीज
No Result
View All Result
The News Air
No Result
View All Result
Home NEWS-TICKER

केवल 14 प्रतिशत महिला सांसद होने के कारण 33 फीसदी आरक्षण की सख्‍त जरूरत

The News Air by The News Air
September 9, 2023
0
प्रतिशत महिला
104
SHARES
694
VIEWS
ShareShareShareShareShare
पर खबरें पाने के लिए जुड़े Join Now
पर खबरें पाने के लिए जुड़े Join Now

नई दिल्ली, 9 सितंबर (The News Air) लुटियंस में ऐसी चर्चा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी संसद के विशेष सत्र के दौरान महिला आरक्षण विधेयक लाएंगे। तेलंगाना विधान परिषद सदस्‍य और मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव की बेटी के. कविता ने इस कानून को औपचारिक रूप देने के लिए समर्थन के लिए सभी 47 राजनीतिक दलों के अध्यक्षों को पत्र लिखा है।

इस विधेयक में 15 वर्षों के लिए लोकसभा और राज्य विधानसभाओं में महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण की परिकल्पना की गई है। हालाँकि, यह विधेयक कोई नया प्रयास नहीं है और यहाँ तक इसकी यात्रा एक तरह से आज़ादी से पहले ही शुरू हो गई थी।

महिला आरक्षण विधेयक का वर्तमान विचार 1993 में एक संवैधानिक संशोधन से उत्पन्न हुआ, जिसमें कहा गया था कि ग्राम पंचायत में ग्राम परिषद नेता (सरपंच) का एक-तिहाई यादृच्छिक पद महिलाओं के लिए आरक्षित किया जाना चाहिए।

यह विधेयक इस प्रावधान को लोकसभा और राज्य विधानसभाओं तक विस्तारित करने की दीर्घकालिक योजना बन गया।

हालाँकि, हालिया संदर्भ में, यह विधेयक तत्कालीन प्रधानमंत्री एच.डी. देवेगौड़ा की संयुक्त मोर्चा सरकार ने 12 सितंबर 1996 को लोकसभा और सभी राज्य विधानसभाओं में महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत सीटें आरक्षित करने के प्रस्‍ताव वाल विधेयक लोकसभा में पेश किया था।

यह भी पढे़ं 👉  गिरा दो मंजिला मकान, कई के दबे होने की आशंका

इस आरक्षण के मानदंड यह थे कि यह चक्रीय आधार पर होगा, और सीटें इस तरह से आरक्षित की जाएंगी कि हर तीन लगातार आम चुनावों के लिए एक सीट केवल एक बार आरक्षित होगी।

वाजपेयी सरकार ने इस विधेयक को लोकसभा में पेश किया लेकिन कोई असर नहीं हुआ।

बाद में, मनमोहन सिंह के नेतृत्व वाली यूपीए-1 सरकार ने विधेयक को राज्यसभा में पेश किया, जहां कुछ क्षेत्रीय दलों के विरोध और कांग्रेस, भाजपा और वामपंथी दलों के सामूहिक समर्थन के बीच 9 मार्च 2010 को इसे एक के मुकाबले 186 वोटों के साथ पारित कर दिया गया। लेकिन चूंकि इसे निचले सदन में लंबित छोड़ दिया गया था, इसलिए यह 15वीं लोकसभा के विघटन के साथ समाप्त हो गया।

राजद और समाजवादी पार्टी इस समय महिला आरक्षण बिल के मुखर विरोधी थे। उन्होंने महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत कोटा के भीतर पिछड़े समूहों के लिए अतिरिक्त 33 प्रतिशत आरक्षण की मांग की। जद (यू) के शरद यादव ने कुख्यात रूप से कहा था कि इस विधेयक से सिर्फ “पर कटी महिलाओं” को फायदा होगा जो “हमारी (ग्रामीण) महिलाओं” का प्रतिनिधित्व नहीं कर सकतीं।

यह भी पढे़ं 👉  एक्स पर मासिक शुल्‍क की खबरों के बाद डोरसी के ब्लूस्काई पर यूजर बढ़े

इस विधेयक का विरोध करने वालों ने इसे महिलाओं के प्रति अधिमान्य व्यवहार माना। हालांकि, एलजेपी के चिराग पासवान और ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक अपनी रैलियों और भाषणों में इस बिल को पारित कराने पर जोर देते रहे हैं।

फिलहाल स्थिति यह है कि बिल अभी भी लोकसभा में लंबित है। यह तभी कानून बनेगा जब सत्तारूढ़ सरकार न केवल शब्दों से बल्कि कार्रवाई से इसका समर्थन करेगी- इसका कारण लोकसभा में उसकी ताकत है। भाजपा के पास बहुमत होने के कारण सरकार इस विधेयक को कानून बनाने में उत्प्रेरक बन सकती है।

इसके अलावा, भाजपा ने 2014 में अपने घोषणापत्र में महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण का वादा किया था और 2019 के एजेंडे में भी इसे दोहराया था। अभी तक सरकार की ओर से इस दिशा में कोई पहल नहीं हुई है।

संसद में महिला सांसदों के एक सम्मेलन में दिवंगत पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने कहा था कि यह “दुर्भाग्यपूर्ण” है कि विधेयक अभी तक लोकसभा में पारित नहीं हुआ है।

राकांपा प्रमुख शरद पवार ऑन रिकॉर्ड कह चुके हैं कि भाजपा महिला आरक्षण विधेयक को “प्राथमिकता” नहीं दे सकती है। उन्होंने कहा, “यहां महिला आरक्षण की आवश्यकता है… अगर वे (भाजपा) इस विधेयक का समर्थन करेंगे, तो हम निश्चित रूप से समर्थन करेंगे यह। लेकिन, मेरा मानना है कि भाजपा इस विधेयक को प्राथमिकता नहीं देगी।’

यह भी पढे़ं 👉  निज्जर की हत्या में ब्रिटिश कोलंबिया के प्रधानमंत्री को संदेह, कनाडा सरकार छिपा रहा जानकारी

इस विधेयक के समर्थकों का तर्क है कि राजनीति और निर्णय लेने में महिलाओं का प्रतिनिधित्व बढ़ाने के लिए ऐसी अधिमान्य कार्रवाई आवश्यक है। उनका कहना है कि मामला केवल इस विधेयक के बारे में नहीं है – यह भारत की राजनीति में गहराई से निहित हितों को फिर से स्थापित करने के बारे में है।

इस प्रस्ताव का विरोध करने वालों का कहना है कि ऐसा विचार असंवैधानिक है क्योंकि यह समानता के सिद्धांत के विपरीत है क्योंकि आरक्षण होने पर महिलाएं योग्यता के आधार पर प्रतिस्पर्धा नहीं कर पाएंगी। यह भी तर्क दिया जाता है कि महिलाएं अनिर्दिष्ट प्रतिनिधित्व पाने वाला एक समरूप समुदाय नहीं हैं।

वर्तमान में, लगभग 14 प्रतिशत भारतीय सांसद महिलाएँ हैं। यह अब तक सबसे ज्यादा है। इंटर-पार्लियामेंट्री यूनियन के अनुसार, भारत में नेपाल, पाकिस्तान, श्रीलंका और बांग्लादेश की तुलना में लोकसभा में महिलाओं का प्रतिशत कम है।

महिला आरक्षण पर अब गेंद भाजपा के पाले में है।

पर खबरें पाने के लिए जुड़े Join Now
पर खबरें पाने के लिए जुड़े Join Now
Previous Post

घर में आलोचना झेलने के बाद कविता ने महिला आरक्षण के लिए सभी दलों से संपर्क किया

Next Post

पंजाब पुलिस द्वारा भूसे से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली में से 15 किलो हेरोइन बरामद; एक व्यक्ति गिरफ़्तार

The News Air

The News Air

A Trusted News Portal Committed To Core journalistic Values

Related Posts

The News Air
Breaking News

कर्ज की बात न करें राज्यपाल, अकाली भाजपा और कांग्रेस सरकार ने हमें….

September 23, 2023
ऋषिकेश-गंगोत्री जाने वाली टनल में आई दरारें, डीएम ने जांच करवाने के दिए निर्देश
Breaking News

ऋषिकेश-गंगोत्री जाने वाली टनल में आई दरारें, डीएम ने जांच करवाने के दिए निर्देश

September 23, 2023
2006 से आरक्षण के बावजूद बिहार में 'मुखिया पति' का बोलबाला जारी
Breaking News

2006 से आरक्षण के बावजूद ‘मुखिया पति’ का बोलबाला जारी

September 23, 2023
kejriwal
Breaking News

केजरीवाल सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को लगातार दे रही मजबूती

September 23, 2023
आपत्तिजनक टिप्पणी
Breaking News

हरियाणा कांग्रेस अध्यक्ष के पीएम मोदी पर आपत्तिजनक टिप्पणी पर गिरिराज ने कहा

September 23, 2023
शिक्षा मंत्री
Breaking News

शिक्षा मंत्री ने सिंगापुर में प्रशिक्षण के लिए 60 प्रिंसीपलों के दो बैंच को हरी झंडी दे कर किया रवाना

September 23, 2023
Next Post
पंजाब पुलिस

पंजाब पुलिस द्वारा भूसे से भरी ट्रैक्टर-ट्रॉली में से 15 किलो हेरोइन बरामद; एक व्यक्ति गिरफ़्तार

मुख्यमंत्री

मुख्यमंत्री द्वारा नियुक्ति पत्र सौंपने के साथ 560 सब-इंस्पेक्टरों का दो साल लम्बा इन्तज़ार हुआ ख़त्म

Leave a Reply Cancel reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

  • Trending
  • Comments
  • Latest
Bhagwant Mann

लुधियाना पहुंचे CM मान: देर रात से चल रहीं गुप्त बैठकें, दिल्ली से आई टीम को…

August 1, 2023
Before The Elections Punjab Government Transfer 34 IAS And PCS Officers

पंजाब में बड़ा प्रशासनिक फेरबदल, देखें पूरी लिस्ट

August 9, 2023
पंजाब में अनधिकृत कॉलोनियों और निर्माणों के विरुद्ध शिकायतों के लिए वटसऐप नंबर लांच

पंजाब में अनधिकृत कॉलोनियों और निर्माणों के विरुद्ध शिकायतों के लिए वटसऐप नंबर लांच

August 4, 2023
जी.एस.टी चोरी

जी.एस.टी चोरी करने वालों के विरुद्ध जारी मुहिम अंतर्गत 12 फर्नेस की जांच, 60 वाहन किये ज़ब्त

August 28, 2023
Oxygen

एक दोस्त ने 1400 किलोमीटर दूर से Oxygen लाकर तड़पते दोस्त की बचाई जान

How pep talk can change your life!

How pep talk can change your life!

Tata Company

अब TATA समूह Oxigen की कमी को दूर करने में करेगा मदद

Narinder Modi

पीएम नरेंद्र मोदी ने कोरोना के बढ़ते प्रकोप को देखते हुए कई अहम फैसलों को दी मंजूरी

The News Air

कर्ज की बात न करें राज्यपाल, अकाली भाजपा और कांग्रेस सरकार ने हमें….

September 23, 2023
ऋषिकेश-गंगोत्री जाने वाली टनल में आई दरारें, डीएम ने जांच करवाने के दिए निर्देश

ऋषिकेश-गंगोत्री जाने वाली टनल में आई दरारें, डीएम ने जांच करवाने के दिए निर्देश

September 23, 2023
2006 से आरक्षण के बावजूद बिहार में 'मुखिया पति' का बोलबाला जारी

2006 से आरक्षण के बावजूद ‘मुखिया पति’ का बोलबाला जारी

September 23, 2023
kejriwal

केजरीवाल सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को लगातार दे रही मजबूती

September 23, 2023

Recent News

The News Air

कर्ज की बात न करें राज्यपाल, अकाली भाजपा और कांग्रेस सरकार ने हमें….

September 23, 2023
ऋषिकेश-गंगोत्री जाने वाली टनल में आई दरारें, डीएम ने जांच करवाने के दिए निर्देश

ऋषिकेश-गंगोत्री जाने वाली टनल में आई दरारें, डीएम ने जांच करवाने के दिए निर्देश

September 23, 2023
2006 से आरक्षण के बावजूद बिहार में 'मुखिया पति' का बोलबाला जारी

2006 से आरक्षण के बावजूद ‘मुखिया पति’ का बोलबाला जारी

September 23, 2023
kejriwal

केजरीवाल सरकार स्वास्थ्य सेवाओं को लगातार दे रही मजबूती

September 23, 2023
The News Air

© 2023 THE NEWS AIR

Navigate Site

  • About
  • Privacy & Policy
  • Contact

Follow Us

No Result
View All Result
  • प्रमुख समाचार
    • राष्ट्रीय
    • पंजाब
    • अंतरराष्ट्रीय
    • सियासत
    • बिज़नेस
    • मनोरंजन
    • नौकरी
    • खेल
    • टेक्नोलॉजी
    • स्पेशल स्टोरी
    • हेल्थ
    • लाइफस्टाइल
  • वेब स्टोरीज

© 2023 THE NEWS AIR