बठिंडा, 26 दिसंबर (The News Air): तख्त श्री दमदमा साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह, जिन्हें शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (SGPC) ने 15 दिनों के लिए निलंबित कर दिया था, अब नए विवाद के केंद्र में हैं। डेरा ब्यास प्रमुख बाबा गुरिंदर ढिल्लों ने ज्ञानी हरप्रीत सिंह से उनके बठिंडा स्थित आवास पर मुलाकात की है। सूत्रों के अनुसार, डेरा प्रमुख प्राइवेट जेट से बठिंडा पहुंचे और यह मुलाकात सिख समुदाय और SGPC के भीतर चर्चा का विषय बन गई है।
क्या है SGPC का विवाद? : ज्ञानी हरप्रीत सिंह के खिलाफ SGPC की कार्यकारिणी समिति को गुरप्रीत सिंह नामक शिकायतकर्ता ने गंभीर आरोपों के तहत एक शिकायत सौंपी थी। शिकायत में जत्थेदार पर पद की गरिमा के खिलाफ कार्य करने के आरोप लगाए गए हैं। इन आरोपों की जांच सुनिश्चित करने के लिए SGPC ने ज्ञानी हरप्रीत सिंह की सेवाएं 15 दिनों के लिए रोक दी हैं।
डेरा प्रमुख और जत्थेदार की मुलाकात पर सस्पेंस : ज्ञानी हरप्रीत सिंह से बाबा गुरिंदर ढिल्लों की मुलाकात को लेकर कयासों का बाजार गर्म है। हालांकि, मुलाकात के पीछे के कारण अभी स्पष्ट नहीं हैं, लेकिन इसे SGPC विवाद से जोड़कर देखा जा रहा है। कई सिख संगठनों और धार्मिक संगठनों ने इस मुलाकात पर सवाल उठाए हैं।
क्या हो सकते हैं परिणाम? : यह मुलाकात SGPC के निर्णय और सिख धार्मिक नेतृत्व पर असर डाल सकती है। इस बीच, SGPC के फैसले और आरोपों को लेकर सिख संगठनों में मतभेद गहराते जा रहे हैं। ज्ञानी हरप्रीत सिंह के समर्थकों का कहना है कि उन पर लगाए गए आरोप राजनीति से प्रेरित हैं।
सिख संगत और SGPC पर नजरें :यह घटना सिख संगत के लिए संवेदनशील है, क्योंकि SGPC और सिख धार्मिक नेतृत्व की निर्णय प्रक्रियाएं धार्मिक विश्वास और राजनीति के बीच संतुलन बनाए रखने के लिए महत्वपूर्ण हैं। ज्ञानी हरप्रीत सिंह के भविष्य और SGPC की विश्वसनीयता को लेकर चर्चा जारी है।