नई दिल्ली (The News Air): दिल्ली समेत पूरे उत्तर भारत में बारिश ने कोहराम मचा दिया हैजिसके चलते जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया है। वहीं स्थिति को देखते हुए दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवालने सोमवार को चर्चा के लिए एक समीक्षा बैठक की। वहीं बैठक के बाद मुख्यमंत्रीने शहर की इस स्थिति से खुद को दूर कर लिया और कहा कि, “शहर के सिस्टम ऐसी अभूतपूर्व बारिश को झेलने के लिए डिज़ाइन नहीं किए गए थे, जिसके कारण प्रमुख सड़कें जलमग्न हो गईं, यातायात बाधित हो गया और घर और व्यवसाय जलमग्न हो गए।“
उन्होंने कहा, “यह एक-दूसरे पर उंगली उठाने का समय नहीं है। सभी प्रभावित राज्यों की सरकारों को जनता को राहत देने के लिए मिलकर काम करने की जरूरत है।” उन्होंने कहा कि 8-9 जुलाई को शहर में 153 मिमी बारिश हुई है। वहींहरियाणा में एक बांध से यमुना में एक लाख क्यूसेक से अधिक पानी छोड़े जाने के बाद जारी बाढ़ की चेतावनी पर केजरीवाल ने आश्वस्त किया कि दिल्ली में बाढ़ जैसी स्थिति की संभावना नहीं है।
उन्होंने विस्तार से बताया कि,”CWCके अनुसार, दिल्ली में यमुना नदी 203.58 मीटर पर बह रही है। कल सुबह इसके 205.5 मीटर तक पहुंचने की उम्मीद है। साथ ही, मौसम की भविष्यवाणी के अनुसार, यमुना में जल स्तर बहुत अधिक बढ़ने की उम्मीद नहीं है। अगर यमुना 206 को पार करती है मीटर का निशान, फिर हम नदी के किनारे से निकासी शुरू करेंगे।”
बता दें कि, अधिकारियों के अनुसार दिल्ली में नदी के पास के निचले इलाकों को बाढ़ का खतरा माना जाता है और यहां लगभग 37,000 लोग रहते हैं।
खतरे के निशान के करीब पहुंची यमुना, मंत्री ने किया सर्वेक्षण
सोमवार को आम आदमी पार्टी की मंत्री आतिशी ने यमुना नदी में बढ़ते जलस्तर के बीच स्थिति का जायजा लिया। अधिकारियों के साथ नदी का निरीक्षण करने के बाद आतिशी ने कहा कि, मंगलवार सुबह तक नदी खतरे के निशान को पार कर सकती है।”बारिश जारी रहने की स्थिति में हम पानी के प्रवाह की निगरानी कर रहे हैं। जो लोग पानी के बहुत करीब रहते हैं उनके लिए निकासी शुरू हो गई है। जिन लोगों को निकाला जाएगा उनके लिए व्यवस्था की गई है।”






