The News Air – (चंडीगढ़) शिरोमणि अकाली दल के सीनियर नेता और पूर्व आईएएस अधिकारी दरबारा सिंह गुरू ने पार्टी की सदस्यता से इस्तीफ़ा दे दिया है। पार्टी अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल को संबोधित एक लाइन के इस्तीफ़े को सोशल मीडिया पर शेयर किया गया है। इसमें उन्होंने लिखा कि मैं पार्टी के सभी पदों से और पार्टी की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफ़ा देता हूं।
दरबारा सिंह गुरू, पार्टी के सरपरस्त प्रकाश सिंह बादल के काफ़ी नज़दीकी रहे हैं और उनकी अगुवाई में ही अपना राजनीतिक जीवन शुरू किया था। उनके पार्टी छोड़ने के बाद यह तय माना जा रहा है कि वह शुक्रवार को विधानसभा क्षेत्र भदौड़ में मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी की अगुवाई में कांग्रेस जॉइन कर लेंगे। बताया जा रहा है कि उनकी पार्टी अध्यक्ष सुखबीर सिंह बादल के साथ सेटिंग नहीं बैठ रही थी।
प्रदेश के प्रिंसिपल सचिव रहे हैं दरबारा सिंह गुरू
दरबारा सिंह गुरू पूर्व आईएएस अधिकारी हैं। वह 2007 से 2011 तक प्रकाश सिंह बादल की अगुवाई वाली अकाली भाजपा गठजोड़ सरकार के दौरान प्रिंसिपल सचिव रहे हैं। आईएएस पद से रिटायर्ड होने के बाद वह सक्रिय राजनीति में आए थे और फतेहगढ़ साहिब से लोकसभा चुनाव लड़ चुके हैं। इसके अलावा वह भदौड़ और बस्सी पठाना से भी विधानसभा चुनाव लड़े थे, लेकिन हार गए।
भदौड़ और बस्सी पठाना से चाहते थे पार्टी टिकट
दरबारा सिंह गुरू इस बार भी बस्सी पठाना या भदौड़ से टिकट के दावेदार थे। भले वह चुनाव हारे हों, मगर उनका इन दोनों सीटों पर अच्छा आधार है। इस लिए वह मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के लिए फायदेमन्द हो सकते हैं। इसलिए कांग्रेस का दामन थाम रहे हैं।