The News Air: हरियाणा के करनाल ज़िले में पकड़े गए चारों खालिस्तानी आतंकियों के तार तरनतारन के सरहदी गांव डल से जुड़ रहे हैं। सूचना मिली है कि पाकिस्तान में बैठे हरविंदर संधू उर्फ रिंदा ने तरनतारन के गांव डल के रास्ते हथियारों की खेप करनाल में पकड़े गए चारों आतंकियों तक पहुँचाई थी। पुलिस ने तरनतारन के इस सरहदी गांव डल के दो संदिग्धों को हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ की जा रही है।
गैंगस्टर था हरविंदर सिंह उर्फ रिंदा
हरविंदर सिंह उर्फ रिंदा की बात करें तो पहले वह गैंगस्टर था और फिर पाकिस्तान में शरण लेकर आतंकियों से जुड़ गया। रिंदा ने इसी का फ़ायदा उठाया और पिछले लंबे समय से पंजाब के तस्करों को पैसे का लालच देकर आतंकी घटनाओं में संलिप्त कर रहा है। यही कारण है कि पिछले लंबे समय से हेरोइन की खेप के साथ-साथ पंजाब के बॉर्डर पर हथियार, हैंड ग्रेनेड, आरडीएक्स, डेटोनेटर और टिफिन बम बरामद हो रहे हैं। भारत-पाकिस्तान की सरहद पर बैठे तस्कर हेरोइन की खेप के साथ-साथ इन हथियारों की खेप को भी उठाते हैं और रिंदा की तरफ़ से बताई गई जगह पर छिपा आते हैं।
गांव डल में बड़ी ड्रोन मूवमेंट
तरनतारन के गांव डल की बात करें तो यहां भी बीते कुछ महीनों से ड्रोन की मूवमेंट काफ़ी हुई हैं। बुधवार-गुरुवार की रात को भी यहां दो बार ड्रोन देखा गया था, जिसके बाद बीएसएफ और पुलिस की तरफ़ से सर्च अभियान भी चलाया गया। पास ही पीर बाबा की दरगाह से मंगलवार को बीएसएफ ने दो बोतल हेरोइन की खेप भी बरामद की थी।
रिंदा बना रह स्लीपर सैल
आतंकी रिंदा पंजाब में स्लीपर सैल बनाने में जुटा हुआ है। तस्करी से जुड़े लोगों व ड्रग पैडलर्स को रिंदा पैसे का लालच देकर काम करवा रहा है। अजनाला में बीते साल पेट्रोल टैंकर में हुए ब्लास्ट मामले में पकड़े गए तीन आतंकियों ने पुलिस को रिंदा की हरकतों के बारे में ख़ास जानकारियां दी थीं। पकड़े गए आतंकी रूबल ने पुलिस को बताया था कि वह ड्रग्स की तस्करी का काम करता था। इसी दौरान वह पाकिस्तान में बैठे आतंकियों के संपर्क में आया और उसे पैसों का लालच देकर टिफिन बम से ब्लास्ट करने के लिए कहा गया।
स्लीपर सैल और इनस्क्रिप्ट मैसेज ने बढ़ाई मुश्किलें
पुलिस के लिए पंजाब में फैले रिंदा के स्लीपर सैल और वॉट्स ऐप व अन्य इंस्क्रिप्टिड मैसेज ऐप ने मुश्किलें खड़ी कर रखी हैं। पाकिस्तान में बैठा रिंदा स्लीपर सैल को इंस्क्रिप्टिड ऐप के ज़रिए ही अपना नेटवर्क फैला रहा है। रिंदा सरहद के क़रीब फैले तस्करों को खेप उठाने के लिए इन्हीं ऐप के ज़रिए मैसेज भेजता है। खेप रखने वाले और उठाने वाले में कोई संबंध नहीं होता, यही कारण है कि पुलिस रिंदा की तरफ़ से बनाई गई चेन को तोड़ नहीं पा रही।