No Confidence Motion:संसद के मॉनसून सत्र का आज 5वां दिन है। मणिपुर में पिछले कई दिनों से हो रही घटनाएं और हिंसा को लेकर कांग्रेस ने सरकार के खिलाफ मॉनसून सत्र के दौरान आज संसद में अविश्वास प्रस्ताव का नोटिस दिया है। इसके साथ ही BRSपार्टी की तरफ से भी मणिपुर मुद्दे पर अलग से अविश्वास प्रस्ताव नोटीस दिया गया है। कांग्रेस पार्टी का कहना है कि सराकर पर से लोगों का भरोसा टूट रहा है। हम चाहते हैं कि PMमणिपुर मुद्दे पर कुछ बोलें, लेकिन व बात सुनते ही नहीं हैं, इस लिए पार्टी की ओर से ये प्रस्ताव लाने का फैसला लाने का फैसला किया है।
कांग्रेस की ओर से आज संसद में गौरव गोगई द्वारा लोकसभा में सेक्रेटरी जनरल के दफतर में नो कॉन्फिडेंस मोशन का नोटिस दिया गया। बता दें कि, इस प्रस्ताव को किसी भी सरकार के खिलाफ लाने के लिए कम से कम 50 सांसदों का समर्थन होना चाहिए।
मणिपुर मुद्दे पर लगातार जारी है हंगामा
दरअसल, मणिपुर में पिछले एक महीनें से भी ज्यादा समय से हिंसा जारी है। मणिपुर में भड़की हिंसा को लेकर मॉनसून सत्र में हंगामा जारी है। विपक्ष की ओर से इस मुद्दे पर PMमोदी के सदन में बयान देने और विस्तृत चर्चा की मांग कर रहा है। वहीं सरकार गृहमंत्री अमित शाह के साथ अल्पकालिक चर्चा के लिए तैयार है। लेकिन विपक्ष इस मुद्दे पर PMमोदी के बयान पर अड़ा है।
क्या कहा कांग्रेस ने ?
कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि PMमोदी मणिपुर के बारे में सदन के बाहर तो बात करते हैं, लेकिन सदन के अंदर नहीं बोलते है। विपक्ष की ओर से बारा बार सरकार का ध्यान मणिपुर की ओर आकर्षित करने की कोशिश की, लेकिन यह विफल रही। ऐसी स्थिति में अब अविश्वास प्रस्ताव ही सही है। उन्होंने कहा, अविश्वास प्रस्ताव हर वक्त जीतने के लिए नहीं होता, देश को मालूम हो कि किस तरह से सरकार ने तानाशाह रूप बना रखा है और विपक्ष का अपमान किया जा रहा है। ये जीत हार वाली बात नहीं है। सवाल ये है कि हमें इस हालत में हमें क्यों आना पड़ा?