Commonwealth Games Federation (राष्ट्रमंडल खेल महासंघ) ने सोमवार को एक बड़ा बदलाव करते हुए अपना नाम बदल लिया है। अब इसे “Commonwealth Games (राष्ट्रमंडल खेल)” के नाम से जाना जाएगा। यह ऐलान 10 मार्च को Commonwealth Day (राष्ट्रमंडल दिवस) के मौके पर किया गया। महासंघ ने कहा कि यह बदलाव केवल नाम का नहीं बल्कि एक संस्थान से आंदोलन बनने की ओर एक बड़ा कदम है।
Commonwealth Games का नया नाम क्यों रखा गया?
Commonwealth Games Federation ने इस बदलाव के पीछे अपनी नई पहचान और उद्देश्यों को मुख्य कारण बताया है। महासंघ ने कहा कि यह खेल महासंघ (Federation) से खेल आंदोलन (Movement) में परिवर्तन को दर्शाने के लिए किया गया है।
Commonwealth Games की CEO कैटी सेडलियर का बयान
Commonwealth Games की CEO कैटी सेडलियर (Katie Sadleir) ने इस फैसले पर कहा –
“ब्रांड नाम ‘Commonwealth Games’ अब और अधिक मजबूत और एकीकृत पहचान के साथ सामने आएगा। यह बदलाव हमारे लक्ष्यों को बेहतर तरीके से दर्शाता है और दर्शकों के साथ गहरे स्तर पर जुड़ने में मदद करेगा।”
हालांकि, Commonwealth Games Federation (CGF) नाम कानूनी इकाई के तौर पर बरकरार रहेगा, लेकिन इसे सार्वजनिक ब्रांडिंग में इस्तेमाल नहीं किया जाएगा।
King Charles ने Commonwealth Games Baton Relay की शुरुआत की
Commonwealth Games के संरक्षक King Charles (किंग चार्ल्स) ने सोमवार को Buckingham Palace (बकिंघम पैलेस) में Glasgow 2026 Commonwealth Games (ग्लास्गो 2026 राष्ट्रमंडल खेल) के लिए Commonwealth Games King’s Baton Relay (राष्ट्रमंडल खेल किंग्स बेटन रिले) की आधिकारिक शुरुआत की।
King Charles ने इस मौके पर राष्ट्रमंडल के लिए अपना संदेश बेटन (मशाल) में रखा और इसे पहले बेटनधारक Sir Chris Hoy (सर क्रिस होय) को सौंपा। इस रिले की शुरुआत Glasgow 2026 के उद्घाटन समारोह से 500 दिन पहले हुई है।
अब तक की सबसे लंबी होगी Commonwealth Games Baton Relay
इस बार Commonwealth Games Baton Relay (राष्ट्रमंडल खेल बेटन रिले) पहले से कहीं ज्यादा लंबी होगी। इसमें 74 देशों और क्षेत्रों को शामिल किया गया है। हर देश के पास 6 दिनों का समय होगा, जिसमें वे अपने खास इवेंट्स और गतिविधियों को आयोजित करेंगे।
क्या होगा Commonwealth Games के इस नए बदलाव का असर?
- नई पहचान के साथ ब्रांड वैल्यू मजबूत होगी।
- राष्ट्रमंडल खेलों का आयोजन पहले से अधिक व्यापक और संगठित होगा।
- Baton Relay में ज्यादा देशों की भागीदारी से खेलों का दायरा बढ़ेगा।
- दर्शकों और खिलाड़ियों को राष्ट्रमंडल खेलों के साथ जोड़ने की नई कोशिश होगी।
Commonwealth Games Federation ने अपने नाम में बड़ा बदलाव कर “Commonwealth Games” कर लिया है, जिससे इसे एक नए ‘खेल आंदोलन’ के रूप में देखा जाएगा। इस बदलाव की घोषणा Commonwealth Day (राष्ट्रमंडल दिवस) पर की गई।
साथ ही, Glasgow 2026 Commonwealth Games की King’s Baton Relay की शुरुआत King Charles ने की, जो अब तक की सबसे लंबी रिले होगी। इस बदलाव से राष्ट्रमंडल खेलों की नई पहचान और पहुंच को और अधिक मजबूत करने की कोशिश की जा रही है।