CM Bhagwant Mann met IAS Amneet Kumar: पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान (Bhagwant Singh Mann) ने शनिवार को आत्महत्या कर चुके ADGP वाई पूरन कुमार (ADGP YP Puran Kumar) के घर जाकर उनके परिवार से मुलाकात की। मान ने मृतक अधिकारी की पत्नी और आईएएस अधिकारी अमनीत पी. कुमार (IAS Amneet P. Kumar) से मुलाकात कर गहरा दुख जताया।
अमनीत पी. कुमार, जो हरियाणा कैडर की आईएएस अधिकारी हैं, पंजाब के बठिंडा से आम आदमी पार्टी (AAP) विधायक अमित रतन की बहन भी हैं। वाई पूरन कुमार के सुसाइड केस ने पूरे प्रशासनिक तंत्र को झकझोर दिया है। मान ने कहा कि यह “सिर्फ एक आत्महत्या नहीं, बल्कि सिस्टम के भीतर मौजूद भेदभाव और अन्याय की गहरी कहानी है।”
“गरीब को ऊंची कुर्सी पर बैठे नहीं देख पा रहे” – CM Mann
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक मेहनती, ईमानदार अधिकारी को इस स्थिति तक पहुंचा दिया गया। उन्होंने कहा, “गरीब परिवार से आया व्यक्ति जब ऊंची कुर्सी पर बैठता है, तो कुछ लोगों को यह मंजूर नहीं होता। वाई पूरन कुमार जैसे अधिकारियों को इंसाफ के लिए लड़ना पड़ रहा है, यह व्यवस्था पर सवाल उठाता है।”
मान ने कहा कि आज भारत एक “गुलदस्ता” है, जिसमें हर रंग और वर्ग के लोग हैं। “अगर कोई गरीब परिवार से निकलकर IAS या ADGP बन जाता है, तो उसे अपमानित क्यों किया जाता है? यह समाज की संकीर्ण सोच को दर्शाता है,” उन्होंने कहा।

“हम भी गरीब घर से आए हैं”
भगवंत मान ने कहा कि वह खुद गरीब घर से आते हैं और अरविंद केजरीवाल की तरह मेहनत से आगे बढ़े हैं। उन्होंने कहा, “सीजनल नेता हमें गालियां देते हैं, क्योंकि हम सिस्टम को बदलने की बात करते हैं। बाबा साहेब आंबेडकर को भी स्कूल में बैठने नहीं दिया जाता था, फिर भी उन्होंने संविधान लिखा। लेकिन आज भी कुछ लोग दलित या गरीब वर्ग के अधिकारी को ऊंचा उठते नहीं देख सकते।”
CJI पर टिप्पणी करने वालों पर कार्रवाई की मांग
मुख्यमंत्री ने कहा कि कुछ नेताओं ने Chief Justice of India (CJI) के खिलाफ भी अपमानजनक टिप्पणियां की हैं, जो न केवल न्यायपालिका पर बल्कि दलित समाज पर हमला है। उन्होंने मांग की कि ऐसे लोगों पर सख्त कार्रवाई होनी चाहिए।
“FIR में नाम नहीं, यह गलत है”
मान ने खुलासा किया कि IAS अमनीत कुमार ने खुद कहा कि उन्होंने पहले ही दिन FIR दर्ज करने की बात कही थी, लेकिन आरोपियों के नाम अब तक नहीं जोड़े गए। उन्होंने कहा कि यह जांच प्रक्रिया पर सवाल खड़ा करता है और न्याय में देरी खतरनाक संकेत है।

“पंजाब में ऐसे मामलों को बातचीत से सुलझाते हैं”
CM मान ने कहा कि अगर पंजाब में इस तरह का कोई मामला होता है, तो वे खुद अधिकारियों को बुलाकर बातचीत से समाधान करते हैं। “वाई पूरन कुमार ने शिकायत की थी, तो संबंधित अधिकारियों की काउंसलिंग होनी चाहिए थी। यह टाला जा सकता था,” उन्होंने कहा।
“गवर्नर से मुलाकात की”
मुख्यमंत्री ने बताया कि उन्होंने गवर्नर गुलाब चंद कटारिया (Governor Gulab Chand Kataria) से मुलाकात कर चंडीगढ़ प्रशासन से कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा, “मैं चाहता हूं कि इस मामले में निष्पक्ष और तेज़ जांच हो ताकि परिवार को इंसाफ मिले।”
ADGP वाई पूरन कुमार, एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी थे जिन्होंने हाल ही में आत्महत्या की। सूत्रों के अनुसार, वे लंबे समय से विभागीय दबाव और सीनियर अधिकारियों की प्रताड़ना से परेशान थे। उनकी पत्नी IAS अमनीत कुमार ने आरोप लगाया कि शिकायतों के बावजूद प्रशासन ने कोई ठोस कदम नहीं उठाया। अब मुख्यमंत्री का परिवार से मिलना इस मामले में राजनीतिक और प्रशासनिक हलचल बढ़ा रहा है।

मुख्य बातें (Key Points):
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CM भगवंत मान ने ADGP वाई पूरन कुमार के परिवार से मुलाकात कर दुख जताया।
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कहा – “गरीब को ऊंची कुर्सी पर देख कुछ लोग बर्दाश्त नहीं कर पाते।”
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IAS अमनीत कुमार ने FIR में आरोपियों के नाम न जुड़ने पर नाराजगी जताई।
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गवर्नर कटारिया से मुलाकात कर मुख्यमंत्री ने निष्पक्ष जांच की मांग की।






