Shiromani Gurdwara Parbandhak Committee (SGPC) के प्रधान एडवोकेट हरजिंदर सिंह धामी (Harjinder Singh Dhami) ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। इस इस्तीफे ने सिख पंथ और SGPC में हलचल मचा दी है। जानकारी के मुताबिक, धामी ने Akal Takht (अकाल तख्त) के जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह (Giani Raghbir Singh) द्वारा दिए गए निर्देशों के बाद यह फैसला लिया।
धामी का इस्तीफा उस समय आया जब ज्ञानी हरप्रीत सिंह (Giani Harpreet Singh) के खिलाफ की गई कार्रवाई को लेकर विवाद गहराया। हरजिंदर सिंह धामी ने स्पष्ट रूप से कहा कि वह जत्थेदार साहिब के सम्मान में यह त्यागपत्र दे रहे हैं और 7-मैंबरी कमेटी (7-Member Committee) से भी हटने की मांग की है।
इस्तीफे के पीछे की असली वजह क्या?
हरजिंदर सिंह धामी का यह फैसला सिख समुदाय के लिए चौंकाने वाला है। SGPC के शीर्ष नेतृत्व में यह बड़ा बदलाव क्यों हुआ, इसके पीछे कई वजहें हो सकती हैं:
🔹 ज्ञानी हरप्रीत सिंह के खिलाफ कार्रवाई: धामी पहले भी SGPC के कई फैसलों से असहमत रहे हैं, खासकर ज्ञानी हरप्रीत सिंह (Giani Harpreet Singh) से जुड़े मामलों पर। उनका मानना था कि इस फैसले से सिख संगत की भावनाओं को ठेस पहुंची है।
🔹 अकाल तख्त साहिब का निर्देश: SGPC के कई महत्वपूर्ण फैसलों पर Akal Takht (अकाल तख्त) का प्रभाव रहता है। धामी ने जत्थेदार ज्ञानी रघबीर सिंह के फैसले का सम्मान करते हुए यह कदम उठाया।
🔹 SGPC में बढ़ता विवाद: हाल के वर्षों में SGPC में कई आंतरिक विवाद उभरकर सामने आए हैं। धामी के इस कदम से यह स्पष्ट होता है कि संगठन में कुछ बड़े मतभेद चल रहे थे।
SGPC और सिख संगत पर इसका असर?
SGPC सिख समुदाय का एक बेहद अहम धार्मिक संगठन है, जो गुरुद्वारों की देखरेख और प्रबंधन करता है। ऐसे में प्रधान का इस्तीफा कई सवाल खड़े करता है:
✅ SGPC में नया नेतृत्व कौन संभालेगा?
✅ क्या यह इस्तीफा किसी बड़े संगठनात्मक बदलाव का संकेत है?
✅ सिख संगत इस फैसले को कैसे देख रही है?
विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले दिनों में SGPC के नए प्रधान के चुनाव को लेकर चर्चाएं तेज हो सकती हैं।
अब आगे क्या होगा?
हरजिंदर सिंह धामी के इस्तीफे के बाद SGPC में नेतृत्व संकट गहरा गया है। अब सभी की निगाहें इस पर टिकी हैं कि अगला प्रधान कौन होगा और SGPC इस विवाद को कैसे सुलझाएगा।
🔹 SGPC जल्द कर सकता है नए प्रधान की नियुक्ति
🔹 अकाल तख्त इस पर अपना फैसला सुना सकता है
🔹 सिख संगत की प्रतिक्रिया अहम भूमिका निभाएगी