चंडीगढ़, 15 मार्च (The News Air) देश में परिसीमन प्रक्रिया को लागू करने के तरीकों पर गंभीर सवाल उठाते हुए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान ने आज कहा कि दुर्भाग्यवश, भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार इस गलत तरीके से अपने राजनीतिक विरोधियों को खत्म करने की कोशिश कर रही है।
फिनलैंड के लिए 72 शिक्षकों के बैच को हरी झंडी दिखाकर रवाना करने के मौके पर पत्रकारों से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा अपनाया गया अलोकतांत्रिक तरीका भाजपा और उसके सहयोगियों की मंशा पर संदेह पैदा करता है। उन्होंने कहा कि रणनीति के तहत उन राज्यों की सीटें घटाई जा रही हैं, जहां भाजपा और उसके सहयोगी कमजोर हैं, जबकि उन राज्यों की सीटें बढ़ाई जा रही हैं, जहां भाजपा का विभाजनकारी एजेंडा फल-फूल रहा है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि लोकतंत्र का गला घोंटने वाले केंद्र सरकार के इस कदम के खिलाफ सभी समान विचारधारा वाली पार्टियां एकजुट होंगी।
एक अन्य सवाल के जवाब में मुख्यमंत्री ने कहा कि सीमा से सटे राज्य होने के कारण कई विरोधी ताकतें पंजाब की शांति भंग करने के लिए नापाक मंसूबे बना रही हैं। उन्होंने कहा कि सतर्क पंजाब पुलिस ने हमेशा ऐसी कोशिशों को नाकाम किया है क्योंकि पुलिस बल को जांच, विज्ञान और तकनीक के क्षेत्र में आधुनिक आवश्यकताओं के अनुसार अपडेट किया गया है। भगवंत सिंह मान ने उम्मीद जताई कि पंजाब पुलिस देश की एकता, अखंडता और संप्रभुता की रक्षा के लिए पूरी पेशेवर प्रतिबद्धता के साथ लोगों की सेवा करने की अपनी शानदार विरासत को कायम रखेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि अमृतसर घटना के पीछे भी उन्हीं विभाजनकारी ताकतों का हाथ है, जो प्रदेश की शांति, प्रगति और खुशहाली को रोकना चाहती हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इन ताकतों को कभी भी अपने नापाक इरादों में सफल नहीं होने देगी और उनकी सभी साजिशों को नाकाम कर दिया जाएगा। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाब में कानून-व्यवस्था की स्थिति अन्य राज्यों की तुलना में काफी बेहतर है क्योंकि पंजाब पुलिस इस मामले पर पूरी मुस्तैदी से नजर रख रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब हमेशा से सीमापार उग्रवाद का शिकार रहा है और राज्य नशे और उग्रवाद के खिलाफ देश की लड़ाई लड़ रहा है। उन्होंने कहा कि सीमापार से राज्य में नशे, हथियारों और अन्य चीजों की तस्करी के लिए अक्सर ड्रोन का इस्तेमाल किया जाता रहा है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह गर्व और संतोष की बात है कि जब से राज्य ने ‘युद्ध नशों के विरुद्ध ’ के रूप में जन आंदोलन शुरू किया है, तब से ड्रोन के जरिए तस्करी में कमी आई है। इस मौके पर कैबिनेट मंत्री हरजोत सिंह बैंस और अन्य भी मौजूद थे।