- बाढ़ की स्थिति में हथिनी कुंड से उत्तर प्रदेश, हरियाणा और दिल्ली की तरफ पानी छोड़ा जाता है, लेकिन 9 से 13 जुलाई तक सारा पानी दिल्ली में छोड़ा गया- संजय सिंह
- तीनों राज्यों में बराबर की पानी छोड़ते तो यमुना से सटे दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश के इलाके सुरक्षित रहते – संजय सिंह
- दिल्लीवालों ने दिल्ली में केजरीवाल को जिताया और एमसीडी में भी ‘‘आप’’ की सरकार बनाई, इसलिए भाजपा दिल्ली से इतनी नफरत करती है- संजय सिंह
- यूपी-हरियाणा का कोई मंत्री काम करते नहीं देखा गया, जबकि अरविंद केजरीवाल अपने मंत्रियों के साथ दिन-रात लोगों की सेवा कर रहे हैं- अरविंद केजरीवाल
- भाजपा के सातों सांसदों को हरियाणा सरकार और प्रधानमंत्री से यूपी, हरियाणा व दिल्ली में बराबर पानी छोड़ने की अपील करनी चाहिए थी, लेकिन नहीं किए- संजय सिंह
- अगर तीनों राज्यों के मुख्य सचिव और आपदा प्रबंधन के लोग आपस में बात करते तब भी दिल्ली में बाढ़ के हालत नहीं बनते- संजय सिंह
- केंद्र सरकार को बताना चाहिए कि हथिनी कुंड से पूरा पानी दिल्ली की ओर मोड़ने की अनुमति क्यों दी गई, जिससे बाढ़ की स्थिति बन गई- प्रियंका कक्कड़
नई दिल्ली, 14 जुलाई (The News Air) आम आदमी पार्टी ने यमुना का जल स्तर बढ़ने से दिल्ली में पैदा हुए बाढ़ के हालात के पीछे भाजपा और मोदी सरकार की गहरी साजिश करार दिया है। ‘‘आप’’ के वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने एक वीडियो के जरिए इसका खुलासा करते हुए कहा कि दिल्ली में आई बाढ़ भाजपा व केंद्र सरकार द्वारा प्रायोजित थी। इसका मकसद दिल्ली को बर्बाद करना था। दिल्ली में तीन दिनों से बारिश नहीं हुई है, फिर भी यमुना का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर गया, क्योंकि हथिनी कुंड से सारा पानी दिल्ली की ओर यमुना में छोड़ा गया। जबकि ऐसी स्थिति में हथिनी कुंड से उत्तर प्रदेश, हरियाणा और दिल्ली की तरफ बराबर पानी छोड़ा जाता है। लेकिन केंद्र सरकार ने नफरत व दुर्भावना के चलाते 9 से 13 जुलाई तक सारा पानी दिल्ली की ओर छोड़ा। दिल्लीवालों ने दिल्ली में अरविंद केजरीवाल को जीता दिया और एमसीडी में भी ‘‘आप’’ की सरकार बना दी। इसलिए भाजपा दिल्ली से इतनी नफरत करती है।
“आप” के वरिष्ठ नेता एवं राज्यसभा सदस्य संजय सिंह और पार्टी की मुख्य प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने शुक्रवार को पार्टी मुख्यालय पर प्रेसवार्ता कर इस साजिश का खुलासा किया। राज्यसभा सदस्य संजय सिंह ने कहा कि देश के पांच राज्य हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश पूरी तरह से बाढ़ से प्रभावित हैं। अगर हम दिल्ली की बात करें तो राजधानी में पिछले तीन दिनों से बारिश नहीं हुई है, ऐसे में यहां बाढ़ आने के पीछे की क्या वजह है? इसके पीछे की असली वजह भाजपा और केंद्र सरकार की दिल्ली के लोगों के प्रति दुर्भावना और दिल्ली को बर्बाद करने की साजिश है। पीएम मोदी और भाजपा के मन में छिपी नफरत इस बाढ़ की वजह है, जो कई बार ऐसी घटनाओं में निकलकर सामने आती है। बाढ़ एक आपदा की स्थिति है और देश के किसी भी हिस्से में आ सकती है। मगर जब दूसरे हिस्सों में बाढ़ आती है तो सीएम अरविंद केजरीवाल सहयोग के लिए हाथ बढ़ाते हैं और उन राज्यों से कहते हैं कि हम आपकी क्या मदद कर सकते हैं?
सांसद संजय सिंह ने कहा कि आज दिल्ली के अंदर बिना बारिश के जो बाढ़ आई है, यह एक प्रायोजित की हुई आपदा है यह प्राकृतिक आपदा नहीं है। इस बात को हम पूरी जिम्मेदारी के साथ कह सकते हैं। ऐसे समय में जब हिमाचल प्रदेश, पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश में लोग बाढ़ की तबाही झेल रहे हैं, देश के प्रधानमंत्री भारत छोड़कर फ्रांस की सैर पर निकल गए हैं। इसमें कोई दिक्कत नहीं, मगर कम से कम उन्हें जाते अपनी पार्टी के लोगों को समझाकर जाना चाहिए था कि ऐसी परिस्थिति में संवेदनशीलता दिखानी चाहिए। मगर ये लोग तो अभी भी वही घटियां राजनीति करने में लगे हुए है। इन्हें आरोप-प्रत्यारोप लगाकर सीएम अरविंद केजरीवाल को टागरेट करने का मौका मिल गया है। जबकि सीएम अरविंद केजरीवाल तो अपने मंत्रियों के साथ फील्ड पर मौजूद हैं और बाढ़ ग्रस्त क्षेत्रों का दौरा कर रहे हैं। दिल्ली सरकार के मंत्री सौरभ भारद्वाज और आतिशी रात-रात भर इसी काम में लगे हैं कि इस बाढ़ की स्थिति को कैसे ठीक किया जाए। वहीं आम आदमी पार्टी के विधायक और पार्षद लोगों की सेवा में जुटे हुए हैं। अगर उत्तर प्रदेश और हरियाणा के किसी मंत्री की काम करते हुए तस्वीर देखी हो तो बताइए। यहां तो पीएम मोदी ने इन्हें एक ही काम पर लगा दिया है कि भले ही लोग बर्बाद हो रहे हों, तो उन्हें होने दो। लोग बाढ़ में डूबते हैं तो डूबने दो, मगर अरविंद केजरीवाल को टारगेट करो। बीजेपी वाले मजाक उड़ा रहे हैं, मीम बना रहे हैं। बीजेपी के लोग यह नहीं समझ रहे हैं कि ये जो काम कर रहे हैं इससे जनता के दिल में इन्हीं का मीम बन रहा है।
सांसद संजय सिंह ने कहा कि हरियाणा में हथिनी कुंड बैराज से एक तरफ पानी दिल्ली की यमुना में आता है, इसके अलावा उत्तर प्रदेश के रास्ते जाता है और कैनाल के रास्ते हरियाणा की तरफ पानी छोड़ा जाता है। बाढ़ की स्थिति होने पर अगर यह तीनों रास्तों में बराबर पानी छोड़ते तो दिल्ली भी सुरक्षित रहती, हरियाणा भी सुरक्षित रहता और उत्तर प्रदेश का इलाका भी सुरक्षित रहता। लेकिन बीजेपी के मन में जो नफरत और दुर्भावना है, उसके कारण उन्होंने सोचा कि कुछ भी हो जाए बस दिल्ली को बर्बाद करना है। इसलिए सारा पानी दिल्ली में ही छोड़ दिया।
उन्होंने कहा कि मैं लॉक शीट के साथ इस बात को बता रहा हूं। 9 तारीख से 13 तारीख तक लगातार हरियाणा और उत्तर प्रदेश की तरफ जाने वाले पानी को रोक दिया गया और हथिनी कुंड बैराज से सारा पानी दिल्ली की तरफ छोड़ा गया। यह तो बहुत अच्छा बात है कि राजधानी में अरविंद केजरीवाल की संवेदनशील सरकार है। दिल्ली सरकार के मंत्री, सांसद, विधायक, पार्षद और आम आदमी पार्टी के कार्यकर्ता इन परिस्थितियों को नियंत्रित करने के लिए काम कर रहे हैं। वरना जिस तरह से सिर्फ दिल्ली में पानी छोड़ा गया है, उससे तो राजधानी की 1978 से भी ज्यादा भयावह स्थिति होती और पूरी दिल्ली डूब जाती।
सांसद संजय सिंह ने कहा कि आखिर बीजेपी वाले ऐसा क्यों कर रहे हैं? दिल्ली के लोगों ने तो इनके सात सांसदों को जिताया है। बेहतर यह होता कि सातों सांसद हरियाणा की सरकार और प्रधानमंत्री से अपील करते कि पानी को सभी जगह बराबर छोड़ा जाए। सारा पानी दिल्ली की तरफ क्यों छोड़ रहे हैं? दिल्ली में भी यूपी और हरियाणा वाले रहते हैं। अगर बराबर पानी छोड़ते तो इतनी भयावह स्थिति नहीं पैदा होती। आज हरियाणा भी डूब गया है और उत्तर प्रदेश का नोएडा भी पूरा डूब गया है। क्योंकि पानी का 230 किलोमीटर का रास्ता है, उस रास्ते में हरियाणा और यूपी भी आता है, ऐसे में जो भी क्षेत्र इसमें आएगा वह डूबेगा। इन्होंने दिल्ली को बर्बाद करने के चक्कर में हरियाणा और उत्तर प्रदेश को भी बर्बाद कर दिया। अगर तीनों राज्यों के चीफ सेक्रेटरी आपस में बातचीत करते। आपदा प्रबंधन के लोग आपस में बातचीत करते और पानी का फैलाव बराबर होता, तो शायद यह बाढ़ की स्थिति न ही दिल्ली को झेलनी पड़ती और न उत्तर प्रदेश और हरियाणा को झेलनी पड़ती।
उन्होंने कहा कि आखिर बीजेपी वालों को दिल्ली से इतनी नफरत क्यों हैं, सिर्फ इसलिए कि दिल्ली की जनता ने अरविंद केजरीवाल को जीता दिया। क्योंकि एमसीडी में आम आदमी पार्टी के सरकार बना दी, इसलिए ये इतनी नफरत से काम करेंगे। मुझे शर्म आती है कि ऐसी आपदा की परिस्थिति में भी भाजपा के सांसद, भाजपा के नेता, दिल्ली के तमाम प्रदेश कार्यकारिणी, राष्ट्रीय कार्यकारिणी के लोग और यहां तक कि केंद्रीय मंत्री अनुराग ठाकुर दिल्ली की मुसीबत पर मजाक उड़ा रहे हैं। सहयोग का हाथ नहीं बढ़ा रहे हैं। यहां के लोगों की कैसे मदद हो सकेगी, उसकी चिंता नहीं कर रहे हैं।
सांसद संजय सिंह ने वीडियो के जरिए देश की जनता को भाजपा द्वारा प्रायोजित बाढ़ की सच्चाई दिखाई। उन्होंने हरियाणा के ईस्टर्न कैनाल का वीडियो साझा करते हुए दिखाया कि कैसे एक तरफ ईस्टर्न कैनाल बिलकुल सूखा दिखाई दे रहा है, वहीं दूसरी तरफ हथिनी कुंड बैराज दिखाया जहां से दिल्ली की तरफ जाने वाली यमुना में लगातार पानी छोड़ा जा रहा है।
देश में पांच राज्य बाढ़ से जूझ रहे हैं और पीएम मोदी विदेश दौरे में व्यस्त हैं- प्रियंका कक्कड़
वहीं “आप” की मुख्य प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने कहा कि पिछले तीन दिनों से दिल्ली में बारिश नहीं हुई है। आज हम दिल्ली में यमुना के निचले इलाकों में जो बाढ़ देख रहे हैं, वो भाजपा द्वारा मैन्युफैक्चर्ड यानी “मैन मेड” बाढ़ है। वीडियो से स्पष्ट है कि 9 जुलाई से 13 जुलाई तक हथिनी कुंड बैराज से कोई पानी नहीं छोड़ा गया था और पूरे वाटर फ्लो को दिल्ली की ओर मोड़ दिया गया था, जिस वजह से दिल्ली के कुछ इलाकों में बाढ़ की स्थिति पैदा हुई। यह सभी ने देखा है कि जब भी देश में कोई संकट आता है या देश किसी आपदा का सामना करता है, तो सीएम अरविंद केजरीवाल सबसे पहले मदद के लिए तैयार रहते हैं। सभी सरकारों को जनता के लिए यही करना चाहिए। मगर ये बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि केंद्र सरकार केवल जनता को परेशान करती है और नकारात्मक राजनीति करती है। केंद्र सरकार ने पूरी मंशा से ये सुनिश्चित किया कि हथिनी कुंड बैराज का पूरा पानी हरियाणा से दिल्ली आए। यह एक मैन्युफैक्चरड बाढ़ है। उन्होंने कहा कि कि हमारे सभी मंत्री, विधायक, पार्षद, एमसीडी मेयर मैदान में उतरकर प्रभावित लोगों की मदद में जुटे हैं। यहां तक कि मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल स्वयं पहले दिन से ही लगातार स्थिति पर पैनी नजर रखे हैं और वे विभिन्न इलाकों का दौरा कर स्थिति का जायजा ले रहे हैं। हम हर तरह से स्थिति को संभालने की कोशिश कर रहे हैं। मगर जब पूरा ही पानी दिल्ली की तरफ छोड़ दिया, ऐसे में परेशानी तो होगी। यही वजह है कि आज दिल्ली को इस स्थिति का सामना करना पड़ रहा है।
केंद्र सरकार को अपने नागरिकों के प्रति कोई सहानुभूति नहीं है- प्रियंका कक्कड़
प्रवक्ता प्रियंका कक्कड़ ने कहा कि इस समय सिर्फ दिल्ली एकमात्र ऐसा राज्य नहीं है, जिसे इस तरह के संकट का सामना करना पड़ रहा है। बल्कि हिमाचल प्रदेश, पंजाब, उत्तर प्रदेश और हरियाणा में भी यही हालात है। इसके बावजूद हमारे प्रधानमंत्री फिर से विदेश यात्रा पर निकल गए हैं। हमें इस आपदा के दौर में मिलकर एक-दूसरे की मदद करनी चाहिए। राज्य के मुख्य सचिव को एक-साथ आकर योजना बनानी चाहिए। इन बैराज के गेट्स को आसानी से मैन्युपुलेट कर पानी को बांटा जा सकता था, जिससे किसी भी राज्य के लोगों को कोई समस्या नहीं झेलनी पड़ती। मगर इस सरकार को अपने नागरिकों के प्रति कोई सहानुभूति नहीं है। दिल्ली से हथिनिकुंड करीब 228 किमी की दूरी पर है। इस सरकार से सवाल पूछा जाना चाहिए कि हथिनीकुंड बैराज से संपूर्ण जल प्रवाह को दिल्ली की ओर मोड़ने की अनुमति क्यों दी गई? जिसके कारण आज दिल्ली के नीचले इलाकों मे बाढ़ की स्थिति पैदा हुई। यह बेहद जरूरी है कि जवाबदेही तय हो और सवाल पूछें जाएं।






