Telangana: BRS पार्टी में लोकसभा चुनाव की वोटिंग से चंद दिनों पहले नेताओं का दलबदल शुरू हो गया है। राज्य पार्टी प्रमुख नेताओं से लेकर कार्यकर्ता स्तर के नेताओं का सत्तधारी पार्टी कांग्रेस में पलायन जारी है।
Highlights:
- BRS पार्टी को लगा बड़ा झटका।
- पूर्व डिप्टी सीएम कादियाम श्रीहरि ने अपनी बेटी काव्या व पूर्व एमएलसी बी मोहन रेड्डी के साथ में कांग्रेस में शामिल।
- मुख्यमंत्री मुख्यमंत्री रेवंत रेड्डी और कांग्रेस की तेलंगाना प्रभारी दीपा दासमुंशी ने दिलाई कांग्रेस की सदस्यता।
देश में आम चुनाव का बिगुल बज चुका है। लेकिन चुनाव से ठीक पहले तेलंगाना में BRS पार्टी से बड़े नेताओं का पार्टी छोड़ने का सिलसिला जारी है। अभी कुछ दिन पहले हीं BRS पार्टी से पूर्व मुख्यमंत्री कादियाम श्रीहरि व उनकी बेटी कादियाम काव्या ने नाता तोड़ कर कांग्रेस में शामिल हुए। इस अवसर रेवंत रेड्डी और कांग्रेस की तेलंगाना प्रभारी दीपा दासमुंशी की उपस्थिति में औपचारिक रूप से कांग्रेस की सदस्यता दिलाई गयी।
नेतृत्व के स्तर पर असंतोष
बड़े नेताओं के BRS के पलायन के बीच वृहस्पतिवार यानी आज भी BRS पार्टी के कई प्रमुख नेता और कार्यकर्ताओं ने कांग्रेस का दामन थामा। पहले हीं प्रमुख नेताओं के पार्टी छोड़ने से नेतृत्व असमंजस में था। क्योकि कई प्रमुख सांसद, विधायक, पूर्व एमएलसी पार्टी को अलविदा कहकर कांग्रेस और बीजेपी में शामिल हो चुके हैं।
राज्यसभा सदस्य के. केशवराव और उनकी बेटी, जीएचएमसी मेयर गडवाला विजयालक्ष्मी। BRS पार्टी छोड़ने वाले ज्यादातर नेताओं का यह कहना है कि वे राज्य में बीआरएस की स्थिति और बदलते राजनीतिक समीकरणों के कारण पार्टी छोड़ रहे हैं। और कांग्रेस में अपना और राज्य का भविष्य सुरक्षित पाते हैं।
सत्ता जाने के बाद से ही पार्टी का आस्तित्व संकट में।
राजनितिक जानकर कहतें हैं कि जब से BRS पार्टी सत्ता से बेदखल हुई है तब से वह हर स्तर पर आस्तित्व की लड़ाई लड़ रही है। तेलंगाना राज्य के गठन में BRS की भूमिका अहम रही है। लेकिन यह पार्टी अब खुद अपने नेतृत्व से सामंजस्य बनाने में पिछड़ है। यह दलबदल का दौर इसका ही परिणाम है।