चंडीगढ़, 25 नवम्बर, (The News Air) मुख्यमंत्री भगवंत सिंह मान की अगुवाई वाली पंजाब सरकार ने आज अपने कार्यकाल के महज़ 32 महीनों में करीब 50,000 युवाओं को सरकारी नौकरियां देकर नया कीर्तिमान स्थापित किया है।
मुख्यमंत्री ने आज पीएसपीसीएल में 1311 युवाओं को नियुक्ति पत्र सौंपे, जिससे मार्च 2022 में सत्ता संभालने के बाद अब तक कुल 49,427 सरकारी कर्मचारियों की भर्ती की गई है।
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने सरकारी नौकरियां हासिल करने वाले सभी युवाओं को शुभकामनाएं दीं। उन्होंने कहा, “यह राज्य के युवाओं पर कोई एहसान नहीं, बल्कि वे इन नौकरियों के हकदार हैं, पर पिछली सरकारों ने उनके बारे में कभी सोचा ही नहीं।” भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह बड़ी संतोषजनक बात है कि इन युवाओं को पूरी योग्यता के आधार पर नौकरियां मिली हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरी भर्ती प्रक्रिया को निष्पक्ष और पारदर्शी ढंग से अंजाम दिया गया है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि उन्होंने मार्च 2022 में पद संभाला था, और कुछ महीनों बाद ही राज्य को पिछड़े इलाकों में कोयले की सप्लाई बहाल कर दी गई थी। उन्होंने कहा कि राज्य ने एक निजी कंपनी जीवीके पावर के स्वामित्व वाला गोइंदवाल पावर प्लांट खरीदकर इतिहास रचा है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार ने 1080 करोड़ रुपए की लागत से निजी कंपनी के जीवीके पावर प्लांट को खरीदकर सफलता की नई कहानी लिखी है। उन्होंने कहा कि यह राज्य में पहली बार देखने को मिला है, क्योंकि सरकार ने निजी पावर प्लांट खरीदा है, जबकि पहले राज्य सरकारें अपनी संपत्तियां चहेते व्यक्तियों को सस्ते दामों पर बेचती थीं। उन्होंने युवाओं को राज्य सरकार द्वारा दी जा रही सरकारी नौकरियों का लाभ उठाने के लिए प्रेरित करते हुए कहा कि पंजाब सरकार युवाओं को राज्य की प्रगति और विकास में सक्रिय भागीदार बनाने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब एक समृद्ध भूमि है, क्योंकि राज्य के गांव महान गुरुओं, संतों और शहीदों से जुड़े हुए हैं, और इसने देश के लिए अपनी जान देने वाले वीर सपूत पैदा किए हैं। उन्होंने कहा कि पंजाबी जन्मजात ही उद्यमी होते हैं, जिसकी वजह से उन्होंने दुनिया भर में अपनी काबिलियत का सबूत दिया है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि पंजाबी मेहनती हैं, जिससे वे हर क्षेत्र में सफलता हासिल करते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछली सरकारों के खराब सिस्टम से निराश होकर विदेश जाने को मजबूर युवा अब वापस लौट रहे हैं, जो राज्य में वतन वापसी का सकारात्मक रुझान है। उन्होंने कहा कि उनकी सरकार ने तीन साल से भी कम समय में 49,427 से अधिक युवाओं को सरकारी नौकरियां प्रदान की हैं, जो पंजाब के इतिहास में एक रिकॉर्ड है। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इन सरकारी नौकरियां हासिल करने वालों में कुछ विदेश से लौटे युवा भी शामिल हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य के लोगों ने उन राजनीतिक पार्टियों को सत्ता से बाहर कर दिया है, जो हर पांच साल बाद राज्य को लूटने के लिए “उतर काटो मैं चढ़ां” की तरह बार-बार सत्ता सुख भोगती थी। मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार को लोगों ने सेवा करने का मौका दिया है और वे उनकी उम्मीदों पर खरा उतरने के लिए कड़ी मेहनत करेंगे। भगवंत सिंह मान ने कहा कि विपक्षी नेताओं द्वारा उनकी आलोचना केवल इसलिए की जाती है क्योंकि इन नेताओं को उनकी सरकार द्वारा लिए जा रहे जनहितैषी फैसलों से जलन होती है।
मुख्यमंत्री ने कहा, “पारंपरिक पार्टियां मुझसे ईर्ष्या करती हैं क्योंकि मैं साधारण परिवार से संबंध रखता हूं। ये नेता सत्ता में बने रहने को अपना मूलभूत अधिकार समझते थे, जिससे इन्हें यह हजम नहीं हो रहा कि एक आम आदमी राज्य का शासन इतने बेहतर तरीके से चला रहा है। इन नेताओं ने लंबे समय तक लोगों को मूर्ख बनाया, लेकिन अब लोग इनके भ्रामक प्रचार में नहीं आएंगे।”
मुख्यमंत्री ने कहा कि इन घमंडी नेताओं ने हमेशा राज्य के लोगों को “निजी जागीर” समझ रखा था, जिससे अंततः जनता ने उन्हें बाहर का रास्ता दिखा दिया। उन्होंने कहा कि तीन दिन पहले ही लोगों ने ऐसे नेताओं को सत्ता से बाहर कर दिया, जो खुद को “वैरायटी” कहते थे। भगवंत सिंह मान ने कहा कि लोकतंत्र में लोग सर्वोच्च होते हैं, लेकिन इन नेताओं ने उन्हें अपना वोट बैंक समझकर रखा, जिससे उन्हें जनता ने सबक सिखाया है।
मुख्यमंत्री ने नव-नियुक्त युवाओं को सरकार का अभिन्न अंग बनने का आह्वान करते हुए उन्हें पूरी निष्ठा से जनता की सेवा करने के लिए प्रेरित किया। भगवंत सिंह मान ने आशा व्यक्त की कि नव-नियुक्त युवा अपनी कलम का उपयोग समाज के जरूरतमंद और पिछड़े वर्गों की मदद के लिए करेंगे। उन्होंने कहा कि इन युवाओं को अधिक से अधिक लोक कल्याण को सुनिश्चित करने के प्रयास करने चाहिए, ताकि समाज के हर वर्ग को इसका लाभ मिल सके।
पिछली सरकारों पर निशाना साधते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि इन नेताओं ने अपने सरकारी पदों का दुरुपयोग कर पैसे इकट्ठा कर बड़े-बड़े महल बनाए। उन्होंने कहा कि इन महलों की दीवारें ऊंची हैं और दरवाजे आमतौर पर जनता के लिए बंद रहते हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि इन नेताओं ने अपने कार्यकाल में जनता की बिल्कुल परवाह नहीं की, जिससे जनता ने उन्हें सत्ता से बाहर का रास्ता दिखाया।
मुख्यमंत्री ने व्यंग्य करते हुए कहा कि पिछली सरकारों के दौरान सार्वजनिक महत्व और खुशी के ऐसे कार्यक्रम कम ही देखने को मिलते थे। उन्होंने आगे कहा कि अब एक नए युग की शुरुआत हुई है, जब सरकार द्वारा जनता के लिए नए प्रोजेक्ट समर्पित किए जा रहे हैं और युवाओं को नौकरियों के अधिक अवसर मिल रहे हैं। भगवंत सिंह मान ने कहा कि यह रंगले पंजाब की ओर बढ़ते कदमों की झलक है और राज्य सरकार अब जनता की सुविधा के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रही है। इससे पहले कैबिनेट मंत्री हरभजन सिंह ईटीओ ने मुख्यमंत्री और अन्य गणमान्य व्यक्तियों का स्वागत किया।