TALIBAN BAN WOMEN BEAUTY SALON: दुनिया के कई देशों में महिलाओं को चेहरे को लेकर कई दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। किसी देश में उन्हें मजबूरन हिजाब पहनना पड़ता है, तो किसी देश में घर से निकलने पर भी पुरुषों की इजाज़त लेनी पड़ती है। अब एक ऐसा देश जिसका नाम अफ़गानिस्तान है, जहांमहिलाओं से सजने का भी अधिकार छीना जा रहा है। सरकार ने इसके पीछे का कारण भी बताया है।
इस देश में तालिबान ने 25 जुलाई को ऐलान किया कि देश के सभी ब्यूटी सलून को बंद कर दिया जाए। इसके लिए सरकार ने सभी को 1 महीने का डेडलाइन भी दिया है। तालिबान ने नैतिकता और दुराचार मंत्रालय के प्रवक्ता सादिक आकिफ महजीर ने अभी इस मामले में कुछ नहीं कहा है कि फैसला न मानने वालों के खिलाफ क्या ऐक्शन लिया जाएगा।
महिलाओं के आजादी और अधिकारों को छीन रहा तालिबान
महिलाओं से पहले ही शिक्षा और सार्वजनिक स्थानों का अधिकार छीन लिया गया है, और अब उनके अधिकारों को भी छीनने का एक बड़ा कदम उठाया जा रहा है। तालिबान का कहना है कि सरकार ने ब्यूटी पार्लर को बंद करने का फैसला इसलिए लिया क्योंकि ये सर्विस भी देते है, जो कि इस्लाम के खिलाफ है।
हजारों महिलाओं का छीना रोजगार
तालिबान सरकार ने 1 महीने का समय देते हुए सभी ब्यूटी सलून को बंद करने का आदेश दिया है। इसके विरोध में प्रदर्शन करते हुए हजारों की संख्या में महिलाऐं काबुल में जमा हुई। सुरक्षा बलों ने प्रदर्शन को रोकते हुए फायिंगर हेज और टेसर का इस्तमाल किया, और हवा में गोलियां चलाई। तालिबान के इस फैसले से हजारों महिलाओं का रोजगार छिन जाएगा। इसे लेकर अंतर्राष्ट्रीय समूहों की ओर से भी चिंता जताई गई है।
संयुक्त राष्ट्र के उप प्रवक्ता फरहान हक ने भी तालिबान अधिकारियों से ब्यूटी सलून बंद करने के आदेश को रोकने के लिए कहा है। फरहान हक ने कहा है कि यूएन महासचिव अफगानिस्तान में संयुक्त राष्ट्र सहायता मिशन के प्रयासों का समर्थन करते हैं।संयुक्त राष्ट्र ने ये भी कहा है कि वो अफ़गानिस्तान अधिकारियों से इस प्रतिबंध को रोकने का बात करेगें।