Australian Journalist Jailed In China: बीते तीन साल से जासूसी के आरोप में चीन की जेल में बंद चीनी-ऑस्ट्रेलियाई महिला पत्रकार चेंग लेई ने हैरान करने वाला खुलासा किया है. चेंग लेई ने एक लेटर लिखकर जेल की स्थिति के बारे में बताया है. महिला पत्रकार के मुताबिक, उसे साल में सिर्फ 10 घंटे सूरज की रोशनी में खड़े होने की इजाजत है. लेई ने अपने पार्टनर निक कोल को जेल से एक खत लिखा है, जिसको उन्होंने प्रेम पत्र का नाम दिया है.
48 वर्षीय चेंग को अगस्त 2020 में चीन के रहस्यों को दूसरे देश के साथ साझा करने के आरोप में हिरासत में लिया गया था. चेंग तब चीनी राज्य टेलीविजन के लिए एक बिजनेस टेलीविजन एंकर के रूप में काम कर रही थीं. गिरफ्तारी के बाद यह उनका पहला सार्वजनिक बयान आया है. अपने पत्र में महिला पत्रकार ने लिखा है कि “मेरी कोठरी में एक खिड़की के जरिए सूरज की किरणें आती हैं, लेकिन मैं साल में सिर्फ 10 घंटे के लिए ही धूप में खड़ी हो सकती हूं.”
तीन वर्षों में एक पेड़ तक नहीं देख पाई
उन्होंने अपने पत्र में लिखा है कि ‘मैंने पिछले तीन सालों से एक भी पेड़ नहीं देखा है. मैं नदी, झील, समुद्र तट और पिकनिक स्पॉट को मिस करती हूं. मुझे अपनी बच्चों की बहुत याद आती है.’ उनका यह संदेश गुरुवार शाम को चेंग के पार्टनर निक कोल द्वारा ऑस्ट्रेलियाई समाचार आउटलेट और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर साझा किया गया था.
ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने जताई चिंता
बता दें कि चेंग को चीन और ऑस्ट्रेलिया के बीच बढ़ते तनाव के समय हिरासत में लिया गया था, जिसको लेकर कुछ लोगों ने सवाल उठाए थे. ऑस्ट्रेलियाई सरकार ने भी बार-बार उनकी हिरासत के बारे में चिंता जताई है. हालांकि चेंग के केस में अभी तक कोई फैसला नहीं आया है. इसके साथ ही चीन ने पत्रकार के कथित अपराधों का कोई डिटेल सार्वजनिक नहीं किया है.
ऑस्ट्रेलियाई विदेश मंत्री ने दी प्रतिक्रिया
सोशल मीडिया पर चेंग लेई का पत्र वायरल होने के बाद ऑस्ट्रेलियाई विदेश मंत्री पेनी वोंग ने कहा कि पूरा देश चेंग को ‘अपने बच्चों के साथ फिर से जुड़ते हुए’ देखना चाहता है. उन्होंने शुक्रवार को एक बयान में कहा की ऑस्ट्रेलिया ने लगातार चेंग की वकालत की है. साथ ही चीन पर मानवीय व्यवहार के बुनियादी मानकों को अंतरराष्ट्रीय मानदंडों के अनुसार पूरा करने का दबाव बनाया है. बता दें कि लेई जब 10 साल की थीं तब अपने परिवार के साथ ऑस्ट्रेलिया चली गई थीं और और सरकारी प्रसारक सीसीटीवी के अंतरराष्ट्रीय विभाग के साथ काम करने के लिए चीन लौटी थीं.