Sewage Treatment Plant Mohali के शुभारंभ को लेकर आज पंजाब (Punjab) के मुख्यमंत्री भगवंत मान (CM Bhagwant Mann) और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) मोहाली (Mohali) पहुंचने वाले हैं। यह कार्यक्रम मोहाली के सेक्टर 83 (Sector 83, Mohali) में आयोजित किया जाएगा, जहां 15 मिलियन गैलन प्रतिदिन (15 MGD) की क्षमता वाला अत्याधुनिक सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट (Sewage Treatment Plant) जनता को समर्पित किया जाएगा। प्रशासन की ओर से पूरे आयोजन को लेकर व्यापक स्तर पर तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
इस हाई-प्रोफाइल कार्यक्रम को देखते हुए सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए गए हैं। पंजाब पुलिस (Punjab Police) और अन्य सुरक्षा एजेंसियों ने इलाके में तैनाती बढ़ा दी है। दूसरी ओर, इसी दिन पंजाब सरकार की लैंड पूलिंग पॉलिसी (Land Pooling Policy) के विरोध में किसानों (Farmers) द्वारा प्रदर्शन भी प्रस्तावित है, जिसे लेकर प्रशासन सतर्क है।
इस प्रोजेक्ट का निरीक्षण पहले ही रविवार को कैबिनेट मंत्री हरदीप सिंह मुंडियां (Cabinet Minister Hardeep Singh Mundian) ने किया था। उनके साथ गमाडा (GMADA) के अतिरिक्त मुख्य प्रशासक अमरिंदर सिंह मल्ली (Amrinder Singh Malli), अधीक्षण अभियंता गुरजीत सिंह (Superintending Engineer Gurjeet Singh) और कार्यकारी अभियंता हिमांशु (Executive Engineer Himanshu) भी मौजूद थे। अधिकारियों ने मंत्री को प्लांट की प्रगति और इसकी मुख्य विशेषताओं के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
मंत्री ने इस दौरान बताया कि यह प्रोजेक्ट मोहाली (Mohali) शहर के लिए शहरी अपशिष्ट जल प्रबंधन और उसके पुनः उपयोग (Wastewater Reuse) को बढ़ावा देने की दिशा में एक क्रांतिकारी पहल है। इस प्लांट के संचालन से न सिर्फ पानी की गुणवत्ता में सुधार होगा, बल्कि पर्यावरण संरक्षण की दिशा में भी यह एक अहम कदम साबित होगा।
गमाडा (GMADA) की तरफ से बताया गया कि यह प्लांट आधुनिकतम तकनीक से सुसज्जित है और आने वाले वर्षों में शहरी विकास को सहारा देगा। प्लांट की क्षमता इसे पंजाब में सबसे प्रभावी जल शोधन इकाइयों में से एक बनाती है। इसके माध्यम से ट्रीटेड वॉटर का उपयोग बागवानी, इंडस्ट्रियल कूलिंग और सार्वजनिक उपयोग के लिए किया जा सकेगा।
इस प्रोजेक्ट से मोहाली के विकास को एक नई दिशा मिलने की उम्मीद है, वहीं कार्यक्रम में केजरीवाल और भगवंत मान की मौजूदगी इस पहल को राज्य स्तरीय प्राथमिकता का प्रतीक बनाती है।