नई दिल्ली,21 नवंबर (The News Air): फ्रांस, भारत, नीदरलैंड और लग्मबर्ग के चार निर्माताओं की मिली जुली कोशिश फिल्म ‘ऑल वी इमेजिन एज लाइट’ पुरस्कारों की राजनीति पर एक करारा तमाचा है। जिस फिल्म को कान फिल्म पुरस्कार में समारोह का दूसरा सबसे प्रतिष्ठित यानी कि ग्रां प्रि पुरस्कार जीतने पर पूरे देश ने सिर आंखों पर बिठा लिया, उसे फिल्म फेडरेशन ऑफ इंडिया ने शायद भारतीय फिल्म ही नहीं समझा। उसे आमिर खान के नाम में ज्यादा वजन नजर आया। ऑल वी इमेजिन एज लाइट’ में काम करने वाली अभिनेत्री छाया कदम की मानें तो उन्हें फिल्म ‘लापता लेडीज’ के ऑस्कर जाने की जानकारी तीन चार दिन पहले ही मिल गई थी, फिर फिल्म की निर्देशक किरण राव ने उन्हें समझाया कि अभी कागजी कार्रवाई बाकी है। देख रहा है बिनोद, कौन सी पंचायत बैठती है सिनेमा बनाने वालों के बीच।
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चंडीगढ़, 3 दिसंबर (The News Air) भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार पर न्यूनतम समर्थन मूल्य गारंटी सहित...