शिंदे पर अजित का तंज
दरअसल उन्होंने एक कार्यक्रम के दौरान कहा था कि, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे फिलहाल सीख ही रहे हैं। जब तक उन्हें तजुर् होगा, उनकी कुर्सी चली जाएगी। उन्होंने यह भी कहा था कि, वह बतौर उप मुख्यमंत्री दो मुख्यमंत्रियों के साथ काम कर चुके हैं। उनके समय के दोनों मुख्यमंत्रियों उद्धव ठाकरे और पृथ्वीराज चव्हाण को भी काम का और पद का तजुर्बा नहीं था, लेकिन उन्होंने उप मुख्यमंत्री रहते ही सरकार का पूरा कामकाज संभाला था। इससे पहले मराठा आरक्षण संबंधी बैठक में उन्हें मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने आमंत्रित भी नहीं किया था।
NCP भी कर रही अजित से किनारा
वहीं पार्टी की ओर से उन्हें तगड़ा झटका कर्नाटक में हो रहे विधानसभा चुनावों में स्टार प्रचारकों की लिस्ट से बाहर करके दिया गया है। हालांकि इन सब घटनाक्रमों को देखते हुए राजनीतिक गलियारे में अब उन्हें लेकर चर्चा गर्म है। साथ ही उनकी भावी रणनीति को लेकर भी कयासों का अंबार है। हालांकि खुद अजीत पवार ने दावा किया कि जब तक उनके शरीर में जान है, वह NCP में बने रहेंगे। ऐसे में अब पुणे के कोथरुड में लगे इन पोस्टर के चलते फिर से अटकलों के गलियारें गर्म है।