Maha Kumbh Stampede: Prayagraj Mahakumbh 2025 (प्रयागराज महाकुंभ 2025) के दौरान Mauni Amavasya (मौनी अमावस्या) स्नान से पहले संगम तट (Sangam Ghat) पर भगदड़ मचने के बाद अखाड़ा परिषद (Akhada Parishad) ने बड़ा फैसला लिया है। हादसे को देखते हुए सभी 13 अखाड़ों ने अपने Shahi Snan (शाही स्नान) को रद्द कर दिया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) लगातार हालात पर नजर बनाए हुए हैं।
शाही स्नान क्यों हुआ रद्द?
अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत रविंद्र पुरी (Mahant Ravindra Puri) ने बताया कि मंगलवार रात 2 बजे संगम नोज (Sangam Nose) पर अचानक भगदड़ मच गई थी, जिसमें कई श्रद्धालु घायल हुए और कुछ की मौत भी हो गई। हालात को देखते हुए परिषद ने निर्णय लिया कि Mauni Amavasya Snan (मौनी अमावस्या स्नान) को स्थगित किया जाए। अब अगला बड़ा स्नान Basant Panchami (बसंत पंचमी) पर होगा।
उन्होंने कहा, “श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए हमने शाही स्नान स्थगित करने का निर्णय लिया है। सभी संतों और अखाड़ों से अपील की गई है कि वे अपने शिविरों में ही रहें और संगम स्नान न करें।” प्रशासन ने भीड़ नियंत्रण के लिए सुरक्षा बढ़ा दी है और संगम क्षेत्र में NSG कमांडो (NSG Commando) तैनात किए गए हैं।
Prayagraj में सुरक्षा के इंतजाम और प्रशासन की भूमिका
अखाड़ा परिषद का बड़ा फैसला: सभी 13 अखाड़ों ने आज का शाही स्नान रद्द किया।
प्रधानमंत्री मोदी की प्रतिक्रिया: पीएम मोदी ने CM Yogi से घटना की दो बार फोन पर जानकारी ली।
ग्रीन कॉरिडोर (Green Corridor) तैयार: घायल श्रद्धालुओं को जल्द अस्पताल पहुंचाने के लिए ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया।
सुरक्षा व्यवस्था कड़ी: संगम तट पर NSG कमांडो तैनात, प्रयागराज की सीमाओं पर चेकिंग तेज।
धर्मगुरु और प्रशासन की अपील
प्रसिद्ध धर्मगुरु जगद्गुरु रामभद्राचार्य (Jagadguru Rambhadracharya) ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि वे मौनी अमावस्या पर अपने शिविरों में ही स्नान करें और संगम न जाएं। उन्होंने कहा, “अनहोनी को टालना संभव नहीं, लेकिन सुरक्षा के मद्देनजर हमें भीड़ से बचना चाहिए।”
इस घटना के बाद प्रयागराज प्रशासन ने श्रद्धालुओं को संभालने के लिए 10 से अधिक जिलाधिकारियों को तैनात किया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) ने अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि घायल श्रद्धालुओं को सर्वोत्तम चिकित्सा सुविधा मिले और भीड़ नियंत्रण के लिए नई रणनीति अपनाई जाए।
Prayagraj Mahakumbh 2025 के दौरान हुई भगदड़ के कारण अखाड़ा परिषद ने शाही स्नान को रद्द कर दिया है। प्रशासन ने सुरक्षा कड़ी कर दी है और श्रद्धालुओं से अपील की जा रही है कि वे भीड़ से बचें। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए हैं। इस घटना के बाद धार्मिक आयोजनों में सुरक्षा और भीड़ नियंत्रण को लेकर नए सवाल खड़े हो गए हैं।