चंडीगढ़, 17 जनवरी (The News Air): पंजाब में कड़ाके की सर्दी का कहर लगातार जारी है। इसी बीच गुरु अंगद देव वेटरनरी एंड एनिमल साइंसेज यूनिवर्सिटी के विशेषज्ञों ने कुत्तों को अत्यधिक ठंड के प्रतिकूल प्रभावों से बचाने के लिए कई सुझाव सांझा किए है। सर्दियों के मौसम में कुत्तों को विशेष देखभाल और ध्यान देने की आवश्यकता होती है क्योंकि वातावरण का कम तापमान उनके स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डाल सकता है।
उन्होंने सलाह दी कि सर्दियों में कुत्तों को लंबे समय तक बाहर न छोड़ें। कुत्तों को सैर के लिए न ले जाएं। जब परिवेश का तापमान बहुत कम होता है, तो कुत्ते अपने शरीर का तापमान बनाए नहीं रख पाते हैं और हाइपोथर्मिया (अत्यधिक शीतलता) से पीड़ित हो जाते हैं। पिल्लों और बीमार कुत्तों में अपने शरीर का तापमान बनाए रखने की क्षमता कम हो जाती है। उम्र, नस्ल, कोट और समग्र स्वास्थ्य के साथ कुत्ते की शीतदंश की संवेदनशीलता बढ़ जाती है। कुत्ते को घर में किसी गर्म स्थान पर चटाई या कालीन वाले फर्श पर रखें। जलने से बचाने के लिए, अपने पालतू जानवर को ज्वलन के स्रोतों से दूर रखें और कमरों में गर्मी के स्रोत का उपयोग करना बेहतर है लेकिन सभी हीटर और लैंप को उनकी पहुंच से दूर रख अपने पालतू जानवर को सुरक्षित रखें।
उन्हें शराब और चॉकलेट देने से बचें क्योंकि ये थोड़ी मात्रा में भी कुत्तों के लिए जहरीले होते हैं। सर्दियों के दौरान एक पखवाड़े से पहले अपने कुत्ते को नहलाने से बचें। पतले और बाल रहित कुत्तों में गर्मी बरकरार रखने की क्षमता कम होती है और वे कम तापमान को अच्छी तरह बर्दाश्त नहीं कर पाते हैं। साथ ही कुत्ते को भरपूर मात्रा में ताजा गर्म पानी भी दें। इंसानों की तरह, कुत्तों के पंजे भी सर्दियों में फट सकते हैं इसलिए उन्हें साफ और सूखा रखें। पेट्रोलियम जेली का उपयोग फायदेमंद हो सकता है। कुछ लोग सर्दियों के महीनों के दौरान कुत्तों को किशमिश देना पसंद करते जिससे किडनी खराब हो सकती है, इसलिए कुत्तों को किशमिश देने से बचें। इसकी थोड़ी मात्रा भी कुत्तों के लिए घातक हो सकती है। उन्हें उनकी पहुंच से दूर रखें। सर्दियों में कुत्तों को बीमारी होने का खतरा अधिक होता है। पिल्लों और बड़ी उम्र के कुत्तों पर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है। अपने कुत्तों के लिए व्यायाम का नियम बनाए रखें, विशेष रूप से गठिया से पीड़ित कुत्तों के लिए। यदि आपको कोई संदिग्ध लक्षण दिखाई देता है, तो उन्हें गर्म रखें और पशु चिकित्सक के पास ले जाएं।