चंडीगढ़, 26 अक्टूबर (The News Air) प्रदेश में भ्रष्टाचार के खिलाफ चल रही मुहिम के तहत पंजाब विजिलेंस ब्यूरो द्वारा आज श्री मुक्तसर साहिब के अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर (विकास) सुरिंदर ढिल्लों को गिरफ्तार किया गया है। बताया जा रहा है कि आरोपी को पटियाला ज़िले में अमृतसर-कोलकाता कॉरिडोर प्रोजेक्ट के लिए अधिग्रहित की गई ज़मीन संबंधी जारी मुआवजे में गड़बड़ी करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
इस संबंध में जानकारी देते हुए आज यहां पंजाब विजिलेंस ब्यूरो के प्रवक्ता ने बताया कि पटियाला के तत्कालीन ज़िला विकास और पंचायत अधिकारी (डीडीपीओ) सुरिंदर ढिल्लों को 26.05.2022 को दर्ज की गई एफआईआर नंबर 12 में नामज़द किया गया था। उसके खिलाफ आईपीसी की धारा 406, 420, 409, 465, 467 और 120-बी के साथ-साथ पीसी (संशोधन) एक्ट, 2018 के तहत भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम, 1988 की धारा 13(1)(ए) और 13(2) के तहत मामला दर्ज किया गया। ये आरोप अमृतसर-कोलकाता कॉरिडोर प्रोजेक्ट के लिए पटियाला ज़िले के शंभू ब्लॉक के गांव आकड़ी, सेहरा, सेहरी, तख्तूमाजरा और पब्बरा में अधिग्रहित की गई 1,103 एकड़ ज़मीन संबंधी जारी किए गए 285 करोड़ रुपये के मुआवजे की राशि में गड़बड़ी करने और अपने कर्तव्य को सही ढंग से निभाने में असफल रहने से संबंधित हैं।
विजिलेंस जांच के दौरान सामने आया कि आवंटित फंड का 30 प्रतिशत बीडीपीओ कार्यालय के सचिव, वेतन खाते में जमा होना था, जो कि सही ढंग से नहीं कराया गया। इसके अलावा नियमों के अनुसार, बाकी बची राशि का केवल 10 प्रतिशत ही इन पांच गांवों के विकास पर खर्च किया जाना था, जबकि उक्त आरोपी ने कागजों में दिखाए गए रिकॉर्ड के अनुसार 65 करोड़ रुपये विकास कार्यों पर खर्च किए। प्रवक्ता ने बताया कि इनमें से कुछ विकास परियोजनाएं केवल कागजों में ही हैं और जो काम किया गया है, वह भी जरूरी तकनीकी मानकों पर खरा नहीं उतरता।
गौरतलब है कि इससे पहले इस मामले की जांच के दौरान इन गांवों के कुछ सरपंचों और पंचायत सदस्यों को भी गिरफ्तार किया गया था। इसके अलावा पूर्व विधायक मदन लाल जलालपुर समेत उनके पुत्र और सहयोगियों को भी पूछताछ के दौरान केस में नामजद कर गिरफ्तार किया गया था।
प्रवक्ता ने बताया कि विजिलेंस ब्यूरो पटियाला रेंज की टीम ने आरोपी सुरिंदर ढिल्लों को आज श्री मुक्तसर साहिब से गिरफ्तार कर लिया है और इस संबंध में आगे की जांच जारी है।