AAP Student Wing Launch के तहत दिल्ली (Delhi) में हाल ही में चुनावी हार का सामना करने के बाद आम आदमी पार्टी (AAP) ने अपनी राजनीतिक पकड़ को मजबूत करने की नई रणनीति पर काम शुरू कर दिया है। इसी दिशा में पार्टी ने मंगलवार को अपने छात्र विंग (Student Wing) का गठन किया, जिसे असोसिएशन ऑफ स्टूडेंट्स फॉर अल्टरनेटिव पॉलिटिक्स (ASAP) नाम दिया गया है।
दिल्ली (Delhi) में हाल ही में मिली चुनावी हार के बाद आम आदमी पार्टी (AAP) अपनी खोई हुई राजनीतिक जमीन को फिर से हासिल करने के लिए नई रणनीतियों पर काम कर रही है। इसी क्रम में मंगलवार को पार्टी ने ASAP (Association of Students for Alternative Politics) नामक एक नए छात्र संगठन की शुरुआत की। यह विंग युवाओं के बीच वैकल्पिक राजनीति का संदेश फैलाने और छात्र राजनीति में पकड़ मजबूत करने का माध्यम बनेगा।
इस स्टूडेंट विंग की घोषणा दिल्ली के कांस्टीट्यूशन क्लब (Constitution Club) में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान की गई। इस कार्यक्रम में पार्टी संयोजक अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal), पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia), दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष सौरभ भारद्वाज (Saurabh Bhardwaj) और कोचिंग से नेता बने अवध ओझा (Avadh Ojha) मौजूद रहे।
घोषणा के दौरान ASAP का आधिकारिक लोगो भी जारी किया गया। मनीष सिसोदिया ने इस मौके पर युवाओं से सीधे संवाद करते हुए कहा कि ASAP आज की जरूरत है। उन्होंने कहा कि यह शब्द हर बार हमें याद दिलाएगा कि हमें देर नहीं करनी है। उन्होंने कहा कि अब लक्ष्य यह है कि दिल्ली यूनिवर्सिटी (Delhi University), जेएनयू (JNU) और अन्य यूनिवर्सिटीज में ASAP की टीम चुनाव में उतरे और अध्यक्ष व सचिव जैसे पदों पर कब्जा जमाए।
सिसोदिया ने स्पष्ट किया कि जहां चुनाव नहीं भी होते, वहां भी ASAP वैकल्पिक राजनीति की बात करेगा और छात्र हितों के लिए काम करेगा। यह घोषणा ऐसे समय पर हुई है जब AAP को दिल्ली की सत्ता में रहते हुए गंभीर झटके लगे हैं। पार्टी के प्रमुख नेता न केवल विधानसभा सीटें हार गए, बल्कि दिल्ली नगर निगम (Delhi Municipal Corporation) से भी पार्टी की सत्ता चली गई।
एक दशक के भीतर राष्ट्रीय पार्टी का दर्जा हासिल करने वाली AAP अब अपने संगठन के पुनर्गठन और विस्तार पर ध्यान दे रही है। एक ओर पंजाब विधानसभा चुनाव (Punjab Assembly Election) की तैयारियां चल रही हैं, वहीं दूसरी ओर पार्टी गुजरात जैसे राज्यों में भी संगठन मजबूत करने की योजना पर काम कर रही है।
ASAP विंग के जरिए AAP अब कैंपस पॉलिटिक्स (Campus Politics) में नई जमीन तलाश रही है, जिससे वह युवा मतदाताओं को अपने साथ जोड़ सके। पार्टी का मानना है कि छात्र राजनीति के जरिए वैकल्पिक सोच और राजनीतिक बदलाव को जमीनी स्तर तक पहुंचाया जा सकता है।